पाकिस्तानी PM के हाफिज सईद को साहब बुलाने पर भारत में गुस्सा
पाकिस्तानी पीएम ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा है कि हाफिज 'साहिब' के खिलाफ कोई केस नहीं है, इसलिए उनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की जा सकती है.' पाक पीएम के इस बयान को लेकर भारत में कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है.
मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद पर कार्रवाई का दिखावा कर रहे पाकिस्तान का सच एक बार फिर सबके सामने आ गया है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने कहा है, 'हाफिज सईद साहिब के खिलाफ पाकिस्तान में कोई केस नहीं है.'
पाकिस्तानी पीएम ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा है कि हाफिज 'साहिब' के खिलाफ कोई केस नहीं है, इसलिए उनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की जा सकती है.' पाक पीएम के इस बयान को लेकर भारत में कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है.
Advertisement
भारत के गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा है, 'हम अपने देश की रणनीति पाकिस्तान के बयानों के आधार पर तय नहीं करते हैं. हम हाफिज सईद को आतंकी मानते हैं. अगर पाक सरकार उसके खिलाफ कदम उठाती है तो अच्छा होगा, वरना हम तो उठाएंगे ही.'भारत में केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा है कि हाफिज सईद के आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने के सबूत कई देशों के पास हैं. पाकिस्तान सरकार को भी इनकी जानकारी है, पर वे इससे आंख मूंदकर रहना चाहते हैं. जिस देश के पीएम के लिए हाफिज सईद साहिब हैं, उन्हें क्या सबूत दिए जाएं.'पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने इस इंटरव्यू में कहा है, 'कार्रवाई उसके खिलाफ की जा सकती है, जिसके खिलाफ कोई केस दर्ज हो.' अब्बासी ने हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पूछे सवाल के जवाब में यह कहा. कुछ दिनों पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत पर परमाणु हमले की धमकी दी थी. हालांकि, पाक पीएम का मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई युद्ध नहीं होने जा रहा है. अब्बासी ने कहा, 'हमने हमेशा कहा है कि भारत के साथ बातचीत के दरवाजे हमेशा खुले हैं.'
भारत ही नहीं, पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने भी इस पर हैरत जताई है. उन्होंने कहा है कि अगर पाकिस्तान के पास हाफिज सईद के खिलाफ ठोस सबूत नहीं हैं तो उसे अंकरराष्ट्रीय बिरादरी से मदद मांगनी चाहिए.
Advertisement
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही अमेरिका ने कड़ा रुख दिखाते हुए पाकिस्तान को दी जाने वाली 255 मिलियन डॉलर की सैन्य मदद रोक दी थी. अमेरिका ने कहा था कि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ कठोर और समुचित कार्रवाई नहीं कर रहा है. इसके बाद पाकिस्तान ने हाफिज सईद के दो संगठनों के चंदा लेने पर रोक लगा दी थी. माना जा रहा था कि हाफिज पर पाक सरकार और भी शिकंजा कसेगी.
हाफिज सईद पाकिस्तान की राजनीति में आने की कोशिश कर रहा है और भारत और अमेरिका ने इस पर भी ऐतराज जताया है. इससे पहले, हाफिज सईद को पाकिस्तान में नजरबंदी से रिहाई मिल गई थी. भारत-अमेरिका ने इसका भी विरोध किया था. हाफिज के संगठनों पर हो रही कार्रवाई को इसी दबाव का नतीजा माना जा रहा था, लेकिन अब पाकिस्तान के अलग सुर देखने को मिल रहे हैं.
पाक पीएम अब्बासी ने जताया कि वह पाक की रक्षा मद में कटौती करने की अमेरिका की धमकियों से नाराज हैं. उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ उनकी सेनाएं आतंक के खिलाफ मोर्चा ले रही हैं, ऐसे में अमेरिका की तरफ से ऐसे बयान परेशान करने वाले हैं.