
पांच अगस्त को उधमपुर से जिंदा पकड़ा गया पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद नवेद याकूब जो हिंदुओं का खून बहाने के इरादे से भारत आया था, वह अब पाकिस्तान जाकर खुद को फिदायीन मिशन पर भेजने वालों की जान लेना चाहता है.
इस बात का खुलासा एक अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट से हुआ. रिपोर्ट के मुताबिक पूछताछ में पता चला है कि नवेद ने बीएसएफ के काफिले पर हमले से पहले मादक पदार्थ का सेवन किया था. साथ ही ये भी सामने आया है कि कैसे एक दिशाहीन शख्स आतंकी संगठन का मोहरा बना. नवेद का कहना है कि जबतक उसपर फैसलाबाद की मस्जिद में मौलवी बशीर की नजर नहीं पड़ी थी तब तक वह एक दिशाहीन जिंदगी जी रहा था. मौलवी बशीर वही शख्स है जिसने नवेद को आतंकी संगठन से जोड़ा और उसकी जिंदगी को दिशा दी.
उधमपुर जिले के नारसू नल्लाह में बीएसएफ के काफिले पर हमला करने वाले नवेद और अन्य बंदूकधारी नोमान जो मुठभेड़ में मारा गया, इन पर दो लोगों की हत्या और 11 लोगों को घायल करने का आरोप है.