
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में भारत की हालिया कार्रवाई के बाद से पाकिस्तान खौफ में जी रहा है. सोमवार को पाकिस्तान के रावलपिंडी में 226 कॉर्प्स कमांडरों की बैठक हुई. बैठक के बाद सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान के सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार हैं और सभी खतरों को विफल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
उन्होंने कहा कि सेना के शीर्ष अधिकारियों ने आंतरिक सुरक्षा, पूर्वी सीमा, एलओसी और कश्मीर की स्थिति पर चर्चा की. 226 कॉर्प्स कमांडरों के सम्मेलन की अध्यक्षता बाजवा ने की. सेना ने एक बयान में कहा कि सम्मेलन ने भू रणनीतिक और राष्ट्रीय सुरक्षा की समीक्षा की. हम एलओसी समेत सभी सरहदों और आंतरिक सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.
आंतरिक विरोध का नहीं किया जिक्र
सेना की ओर से जारी बयान में पाकिस्तान में चल रहे आंतरिक विरोध और मौलाना फजलुर ररहमान के विरोध-प्रदर्शनों का जिक्र नहीं किया गया है. हालांकि सेना की ओर से यह जरूर कहा गया है कि राज्य के अंग के रूप में पाकिस्तानी सेना संविधान के अनुसार राष्ट्रीय संस्थाओं का समर्थन करती रहेगी. अराजकता पैदा करने के किसी भी प्रयास के खिलाफ सेना सरकारी संस्थाओं का समर्थन करेगी. इसे जारी अंतर्विरोध के खिलाफ सरकार को अप्रत्यक्ष समर्थन के रूप में देखा जा रहा है.
जारी है सरहद पर तनाव
बता दें कि भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 को हटा राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभक्त कर दिया था. तब से दोनों देशों में माहौल तनावपूर्ण चल रहा है. पाकिस्तान की ओर से सरहद पर लगातार सीजफायर उल्लंघन की घटनाएं हो रही हैं. पाकिस्तान की इमरान सरकार के मंत्री भी भारत को लगातार परमाणु युद्ध की धमकियां देते रहे हैं.