
पाकिस्तान की सियासत कश्मीर से शुरू और कश्मीर पर खत्म होती है. वहां की सरकारें जानती हैं कि कश्मीर का राग छेड़ते रहो फिर सारी धुनें दब जाएंगीं, फिर चाहे वो धुन पाकिस्तान के सबसे बड़े राज्य बलूचिस्तान की ही क्यों ना हो. पाकिस्तान का हिस्सा होने के बावजूद बलूचिस्तान के लोगों को जिस तरह चुन-चुन कर मौत के घाट उतारा जा रहा है. उनके घरों और गांव को जलाया जा रहा है. वो साफ बताता है कि कश्मीर के मुसलमानों से पाकिस्तान को कितनी मोहब्बत या हमदर्दी है? आपको बता दें कि बलूच लोग पाकिस्तान से आजादी चाहते हैं. पूरी रिपोर्ट के लिए वारदात देखिए.
PAK ने बनाया नर्किस्तान
पाकिस्तान के अंदर उन्हें मारा जा रहा है. पाकिस्तान के अंदर उनके घरों को जलाया जा रहा है. पाकिस्तान के अंदर उनके खज़ानों को लूटा जा रहा है. पाकिस्तान के अंदर उनके विरोध को दबाया जा रहा है. पाकिस्तान के अंदर उनके शहरों को नर्किस्तान बनाया जा रहा है.
बेहाल बलूचिस्तान
कश्मीर की तरह यहां की अवाम भी मुसलमान है. मगर जितना दर्द पाकिस्तानी सरकार और सेना के दिल में कश्मीरियों के लिए है. उतनी ही नफरत पारकिस्तन में रहने वाले इन बलूचियों के लिए है. पाकिस्तान में बलूचिस्तान वो सूबा है जो नक्शे में तो पाकिस्तान के अंदर आता है. मगर उसने खुद को कभी पाकिस्तान का हिस्सा माना ही नहीं. आधे से ज़्यादा पाकिस्तान इस एक सूबे में समाया है. बावजूद इसके यहां के लोगों पर ज़ुल्मों सितम जारी है. आए दिन यहां धमाके होते हैं. बेगुनाह लोगों को उठा लिया जाता है. उन्हें ज़िंदा जला दिया जाता है.
बलूच लोगों पर पाक सेना का कहर
बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना किस तरह कहर ढा रही है उसकी हज़ारों तस्वीरें हैं. मगर आप सबसे ताज़ा तस्वीर ही देख लीजिए. जिसमें पाकिस्तानी सेना के सैनिकों ने एक गांव पर हमला कर पूरे गांव को ही आग के हवाले कर दिया. वीडियो बनाने वाले शख्स लगातार पाकिस्तानी सैनिकों की ज़्यादती की दास्तान बता रहा है. क्योंकि इनकी आखों के सामने इनका सब कुछ जलकर राख हो गया. इतना ही नहीं विरोध करने पर इन्हें पीटा भी गया.
पाकिस्तान से आजादी चाहते हैं बलूच
मुमकिन है कि आपके ज़हन में ये सवाल उठे कि आखिर मुसलमान होने के बावजूद पाकिस्तानी आर्मी इन पर क्यों ये ज़ुल्म-ओ-सितम कर रही है. तो उसका जवाब ये है कि इन बलूचियों को आज़ादी के वक्त जबरन पाकिस्तान का हिस्सा बना दिया गया था. ये तब भी संस्कृति और सभ्यता के हिसाब से अपने लिए नए मुल्क की मांग कर रहे थे और इनकी अब भी यही मांग है. ये पाकिस्तान के साथ नहीं रहना चाहते. क्योंकि इनसे उनकी सभ्यता मेल नहीं खाती मगर फिर भी इन्हें पाकिस्तान के साथ रहने के लिए जबरन मजबूर किया जा रहा है.
अलग देश की मांग
पाकिस्तानी सेना के ज़ुल्म से ये इस कदर तंग आ चुके हैं कि इन्हें अब छुटकारा चाहिए पाकिस्तान से और आज़ादी चाहिए सेना के ज़ुल्म से. पिछले दो से ज़्यादा दशकों से पाकिस्तानी आर्मी ने बलूचिस्तान को नर्किस्तान बना रखा है.. क्योंकि पाकिस्तान को डर है कि अलग देश की इनकी मांग कहीं उसके टुकड़े टुकड़े न कर दे.
लोगों को जिंदा जला देते हैं PAK के जल्लाद
वहां कि तस्वीरें उसी डर को कुचलने की है. पाकिस्तान की आर्मी बलूच लोगों पर अत्याचार कर रही है. बलूचिस्तान के अवारन और सिब्बी इलाकों में पाकिस्तानी सेना का कहर बरपा रही है. घरों में घुसघुसकर आग लगाई जा रही है. हवाई हमले किए जा रहे हैं. लोगों को ज़िंदा जलाया जा रहा है. जिसमें औरतें, बुज़ुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं. इतना ही नहीं किसी को भी कहीं से भी लोगों को जबरन उठा लिया जा रहा है.
अलग बलूचिस्तान की मांग से खौफजदा है PAK
बलूचिस्तान के अवारन और सिब्बी इलाकों में हुए नरसंहार के बारे में आपको बताएंगे लेकिन उससे पहले समझिए आखिर ये बलूचिस्तान है क्या. नक्शे में अगर आपको समझाएं तो मौजूदा पाकिस्तान का आधे से ज़्यादा हिस्सा पहले बलूचिस्तान कहलाता था. जहां बलूच कबीले के लोग रहते हैं. ये लोग एक अर्से से अपने लिए अलग राष्ट्र की मांग कर रहे हैं लेकिन पाकिस्तान जानता है कि अगर ये मांग सर उठाने लगी तो पाकिस्तान बर्बाद हो जाएगा. लिहाज़ा इन लोगों की आवाज़ को दबाने के लिए आए दिन पाकिस्तान यहां तबाही का खेल खेलता है. ताकि लोग खौफ में जियें और उनके दिलो दिमागों में अलग बलूचिस्तान का बीज उपजने ही न पाए.
हजारों बेगुनाहों का कत्ल
बलूचिस्तान के जिन इलाकों में पाकिस्तानी आर्मी तबाही मचाती है उनमें अवारन, सिब्बी, हरनई, मारवार, पीर इस्माइल, जलादी और बाबर कच्छ शामिल है. एक आंकड़े के मुताबिक नापाक आर्मी अब तक 20-25 हज़ार बेगुनाह बलूचिस्तानियों का बेरहमी से कत्ल कर चुकी है. हज़ारों लाखों की तादद में बलूचिस्तानियों को अगवा कर लिया गया जो अब तक घर नहीं लौटे हैं.
PAK के चेहरे से हट गया शराफत का नकाब
बलूचिस्तान की आज़ादी की बात करने वाले बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट को कुचलने के नाम पर पाकिस्तान सरकार पिछले कई सालों में बेगुनाहों को मौत के घाट उतार रही है. पाकिस्तान की दरिंदगी की तस्वीरें दुनिया के सामने आई हैं. दुनिया के सामने शराफत का जो नकाब पाकिस्तान ओढ़ने की कोशिश करता रहा है वो हट गया है. और उसकी हैवानियत की पोल खुल गई है.