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जाधव मामले पर विदेश मंत्रालय ने कहा- कूटनीतिक तरीके से PAK के संपर्क में भारत

पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को दूसरी बार कॉन्सुलर एक्सेस देने से इनकार कर दिया है, लेकिन भारत डिप्लोमेटिक चैनल के जरिए पाकिस्तान के संपर्क में है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार
गीता मोहन
  • नई दिल्ली,
  • 12 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 5:58 PM IST

  • करतारपुर जाने वाले श्रद्धालुओं पर टैक्स लगाने पर अड़ा पाकिस्तान
  • UNHRC में पाकिस्तान के झूठ का दिया जा रहा है मुंहतोड़ जवाब

पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को दूसरी बार कॉन्सुलर एक्सेस देने से इनकार कर दिया है. हालांकि भारत डिप्लोमेटिक चैनल के माध्यम से लगातार पाकिस्तान के संपर्क में है. गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत कुलभूषण जाधव मामले में पाकिस्तान से संपर्क बनाए हुए है

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव के मामले अंतरराष्ट्रीय ने भारत के पक्ष में अपना फैसला सुनाया था. हम कांसुलर एक्सेस को लेकर डिप्लोमेटिक चैनल के माध्यम से पाकिस्तान के संपर्क में हैं.'

वहीं, करतारपुर कॉरिडोर मामले में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर पर तीसरे राउंड की बैठक के दौरान पाकिस्तान कुछ मसलों पर अड़ा रहा. करतारपुर जाने वाले श्रद्धालुओं पर टैक्स लगाने, डिलीगेशन के साथ प्रोटोकॉल अफसर की मौजूदगी और श्रद्धालुओं की संख्या के मसले पर पाकिस्तान के रुख में नरमी नहीं देखने को मिली. हालांकि हमने पाकिस्तान से नरमी दिखाने की अपील की है.

यूएनएचआरसी में पाकिस्तान को दिया जा रहा जवाब

इसके अलावा पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर मसले को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में उठाने के सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमारा प्रतिनिधिमंडल UNHRC के समक्ष भारत का पक्ष रखा है. हमने पाकिस्तान के झूठ का जवाब दिया है.

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इसके साथ ही विश्व समुदाय को पहले से इसकी जानकारी है कि पाकिस्तान अपने यहां आतंकियों को मदद कर रहा है. रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों की पनाहगाह है, लेकिन दुनिया के सामने मानवाधिकार की दलील दे रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यह समझने की जरूरत है कि कोई झूठी बात रिपीट करने से सच नहीं हो जाती है.

जम्मू-कश्मीर में दवाओं की कमी नहीं

इस दौरान जम्मू-कश्मीर में दवाओं की कमी की रिपोर्ट को खारिज करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में दवाओं की कोई कमी नहीं है. जम्मू-कश्मीर में 95 फीसदी स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी पर हैं. बैंक सामान्य रूप से काम कर रहे हैं. जम्मू-कश्मीर के 92 फीसदी इलाके से पाबंदी हटा ली गई है.

वहीं, लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच नोकझोंक को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस पर रक्षा मंत्रालय ने बयान दिया है. मामले को सुलझा लिया गया है. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के दौरे के समय अहम बैठक होने वाली है. बैठक की तारीख और स्थान के संबंध में जल्द ही जानकारी दे दी जाएगी.

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