
पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए प्रचार अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है. 25 जुलाई को नेशनल और प्रांतीय असेंबली के लिए वोटिंग होनी है, उससे पहले सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार में जान फूंक दी है. स्थानीय मुद्दों के साथ भारत भी वहां के बड़े चुनावी एजेंडे के रूप में सामने आया है. अलग-अलग नेता अपने ढंग से अपने भाषणों में भारत के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं. अब पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ ने भी भारत को अपने भाषण का हिस्सा बनाया है.
नवाज शरीफ को सजा होने पर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष बने शहबाज शरीफ ने कहा है कि अगर सत्ता में आने के बाद वह भारत से आगे नहीं ले गए तो उनका नाम बदल देना.
पीएमएल-एन प्रमुख शनिवार को सरगोधा में एक रैली कर रहे थे, जहां उन्होंने लोगों से कहा, 'अगर मैं छह महीनों में बिजली की कटौती के संकट को खत्म नहीं करता हूं तो आप मेरा नाम बदल सकते हैं.' उन्होंने यह भी कहा कि वे (भारतीय) वाघा सीमा पर आएंगे और पाकिस्तान को अपना गुरु कहकर बुलाएंगे.
पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पाकिस्तान को मलेशिया और तुर्की के स्तर पर लाएंगे. उन्होंने कहा कि वह महाथिर मोहम्मद और तैय्यप एर्दोगान से अपने देश को बेहतर बनाने के गुर सीखेंगे और पाकिस्तान को फिर से महान राष्ट्र बनाएंगे.
शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान इमरान खान जैसे नेताओं को वोट देकर एक महान राष्ट्र नहीं बन सकता है जिन्होंने 'हमारे देश' से झूठे वादे किए हैं. पेशावर मेट्रो में एक भ्रष्टाचार का मामला सामने आने पर उन्होंने कहा, "इमरान खान ने पंजाब सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है लेकिन मेरे खिलाफ एक भी पैसे का आरोप साबित नहीं हुआ है."
पीएमएल-एन अध्यक्ष ने अपने भाई व पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का बचाव करते हुए कहा कि वह अपनी बीमार पत्नी को लंदन में छोड़कर पाकिस्तान लौट आए. उन्होंने कहा कि उनके बड़े भाई नवाज शरीफ व उनकी बेटी मरियम नवाज को गिरफ्तार किया गया और उन्हें यहां तक कि उनकी मां से मिलने नहीं दिया गया.