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PAK उच्चायुक्त बोले- जब दाऊद पाकिस्तान में है ही नहीं तो उसे भारत को कैसे सौंप दें

पठानकोट हमला मामले में NIA की टीम के पाकिस्तान दौरे को लेकर उन्होंने कहा, 'दोनों मुल्क इस पर मिलकर काम कर रहे हैं. लेकिन इस मुद्दे को पब्लिक डिबेट का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए और अगर बनाया जाता है तो ऐसे में कई सारी चीजें बिगड़ सकती हैं.'

पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित
स्‍वपनल सोनल/साहिल जोशी
  • मुंबई/नागपुर,
  • 04 जून 2016,
  • अपडेटेड 7:59 AM IST

भारत सरकार भले ही अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम को जल्द से जल्द पाकिस्तान से भारत लाने की बात कर रही हो, या फिर उसके पड़ोसी मुल्क में होने के पुख्ता दावे किए जा रहे हों. लेकिन PAK उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने शनिवार को कहा कि जब दाऊद उनके मुल्क में है ही नहीं तो वह उसे हिंदुस्तान को कैसे सौंप सकते हैं.

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एक कार्यक्रम के सिलसिले में नागपुर पहुंचे पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने एक बार फिर पाकिस्तान की उसी रट को दोहराया है कि दाऊद उनकी सरजमीन पर बसर नहीं कर रहा है. अब्दुल बासित ने इस मौके पर दाऊद इब्राहिम के साथ ही पठानकोट हमले को लेकर पाकिस्तान का मत रखा. उन्होंने कहा, 'हम नहीं जानते कि दाऊद कहां है. वह पाकस्तान में नहीं है. ऐसे में कोई अगर यह कहे कि हम उसे सौंप दे तो भला ये कैसे संभव है.'

'पठानकोट जांच पब्लिक डिबेट का हिस्सा नहीं'
अब्दुल बासित से जब पठानकोट हमला मामले में NIA की टीम के पाकिस्तान दौरे को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, 'हम दोनों ही मुल्कों ने इस घटना पर अफसोस जताया है. हम इस पर मिलकर काम कर रहे हैं. लेकिन इस मुद्दे को पब्लिक डिबेट का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए और अगर बनाया जाता है तो ऐसे में कई सारी चीजें बिगड़ सकती हैं.'

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'PAK की कोर्ट ने कई फैसलों में भारतीय कोर्ट को बनाया आधार'
पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने आगे कहा है कि पाकिस्तान का हर बाशिंदा चाहता है कि भारत से उसके मुल्क के अच्छे ताल्लुकात हों. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान और भारत की कोर्ट में कई सामान्यताएं हैं. ऐसे में पाकिस्तान की कोर्ट में कई बार ऐसा हुआ जब हमने भारत में आए किसी फैसले को आधार बनाकर कोर्ट में फैसला किया है.'

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