
भारत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे पर एक बड़ी कामयाबी मिली. डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने हिज्बुल मुजाहिद्दीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन को आतंकवादी की श्रेणी में डाल दिया है. अब इस एक्शन से पाकिस्तान बिफर गया है. PAK का कहना है कि वह कश्मीर के लोगों के लिए आवाज उठाता रहेगा.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस नोट में साफ तौर पर लिखा गया है कि किसी निजी व्यक्ति को भारत के द्वारा कब्जाए हुए जम्मू-कश्मीर की आजादी के लिए आवाज उठाने पर आतंकवादी घोषित कराना बिल्कुल गलत है. पिछले 70 वर्षों से कश्मीर के लोगों पर मानवाधिकारों के नियमों का उल्घंघन किया जा रहा है.
कश्मीरियों पर नहीं बदलेगा रुख
नोट में लिखा गया है कि इसमें कश्मीरी लोगों पर वहां की फोर्स के द्वारा पैलेट गन का इस्तेमाल होना, गलत गिरफ्तारी होना, वहीं स्थानीय लोगों पर अत्याचार होना शामिल है. पाकिस्तान पिछले 70 सालों से लगातार कश्मीरी लोगों की मदद करता रहा है.
करते रहेंगे समर्थन
पाकिस्तान की ओर से कहा गया है कि पाकिस्तान की ओर से कश्मीर को राजनीतिक, नैतिक और डिप्लोमेटिक तौर पर समर्थन मिलता रहेगा. इसके तहत पाकिस्तान यूएन सुरक्षा काउंसिल के तहत काम करेगा.
आपको बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बीते साल कश्मीर में हुए आतंकी हमलों में सलाहुद्दीन का हाथ था और वह कश्मीर घाटी में आतंकी फैलाने के मकसद से आतंकियों को ट्रेनिंग देता था. सलाउद्दीन के संगठन हिज्बुल ने जम्मू कश्मीर में हुए कई आतंकी वारदातों की जिम्मेदारी ली थी. जिनमें अप्रैल 2014 के धमाके शामिल हैं, जिसमें 17 लोग घायल हुए थे. बयान में कहा गया है इन्हीं सभी वारदातों को आतंकवाद की श्रेणी में रखते हुए उसे अतंरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया गया है.