
वनडे इतिहास में 12 साल तक सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड रखने वाले सईद अनवर आज (6 सितंबर) 49 साल के हो गए. पाकिस्तान के इस सलामी बल्लेबाज ने 1997 में भारत के खिलाफ चेन्नई में 194 रन बनाए, जो तब वनडे की सबसे बड़ी पारी रही.
2009 में जिंब्बाब्वे के चार्ल्स कोवेंट्री ने नाबाद 194 रनों की पारी खेलकर इस जादुई आंकड़े की बराबरी की थी. लेकिन इसके तीन साल बाद ही सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 200 रनों की ऐतिहासिक पारी खेलकर रिकॉर्डबुक में नाम दर्ज करा लिया.
सईद अनवर का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर 13 साल (1990-2003) का रहा, लेकिन 2001 का मुल्तान टेस्ट इस पाकिस्तानी बल्लेबाज के लिए आखिरी टेस्ट साबित हुआ. इस टेस्ट में शतक जमाने के बाद उन्होंने दोबारा टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला.
दरअसल, 31अगस्त 2001 को पाकिस्तान ने एशियन टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान मुल्तान टेस्ट के तीसरे ही दिन बांग्लादेश के खिलाफ पारी और 264 रनों से बड़ी जीत हासिल की. उस वक्त टेस्ट में वह उसकी सबसे बड़ी जीत थी (हालांकि एक साल बाद ही उसने न्यूजीलैंड को लाहौर टेस्ट में पारी और 324 रनों से हराया था).
मजे की बात यह है कि उस मुल्तान टेस्ट में पाकिस्तान के पांच बल्लेबाजों ने शतक जड़े थे (जो ऑस्ट्रेलिया के साथ संयुक्त रूप से टेस्ट की एक पारी में सर्वाधिक शतकों का रिकॉर्ड है). इनमें सईद अनवर भी शामिल रहे. उन्होंने 101 रन बनाए. जो उनका 11वां और आखिरी शतक साबित हुआ.
दरअसल, सईद अनवर के मुल्तान टेस्ट के पहले दिन (29 अगस्त को) शतक जमाने के दो दिन बाद ही उनकी साढ़े तीन साल की बेटी बिस्माह की लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई. वे लाहौर लौट गए. इसके बाद फिर कभी टेस्ट मैच नहीं खेले.
हालांकि इसके बाद सईद अनवर वनडे टीम में अंदर-बाहर होते रहे. 2003 वर्ल्ड कप में उन्होंने भारत के खिलाफ जुझारू शतक जमाया, लेकिन पाकिस्तान वह मैच हार गया था. अनवर ने वह शतक अपनी दिवंगत बेटी को समर्पित किया. बेटी की असामयिक मौत के बाद अनवर का झुकाव धर्म की ओर हो गया है और उन्होंने अपनी दाढ़ी बढ़ा ली.
सईद अनवर का अनचाहा रिकॉर्ड
1990 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पदार्पण टेस्ट (फैसलाबाद) की दोनों पारियों में सईद अनवर शून्य पर आउट हुए थे. लेकिन अपनी आखिरी पारी में शतक बना गए.