
जम्मू कश्मीर में एलओसी पर लगातार हो रहे सीजफायर उल्लंघन और आतंकी घुसपैठ पर भारत की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान बौखला गया है. उसकी बौखलाहट इस कदर बढ़ गई है कि अब वो सीमा पर आर्टिलरी गन के इस्तेमाल पर उतर आया है.
आतंकी घुसपैठ कराने में नाकाम पाकिस्तान बौखलाहट में भारतीय सुरक्षा बलों और आम नागरिकों को निशाना बना रहा है. 15 साल में यह पहली बार है जब पाकिस्तान आर्टिलरी गन का इस्तेमाल कर रहा है. खुफिया रिपोर्ट के खुलासे में यह बात सामने आई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान सीजफायर उल्लंघन के दौरान मीडियम आर्टिलरी गन का इस्तेमाल कर रहा है. जम्मू कश्मीर के राजौरी और पूंछ सेक्टर में सीमा पार पाकिस्तान ने 10 से 12 आर्मी की गाड़ियों में 150 से ज्यादा पाक आर्मी के मुजाहिद बटालियन को सीमा पर भेजा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, आर्टिलरी गन से फायरिंग के लिए इतनी बड़ी संख्या में मुजाहिद बटालियन को बिम्बर गली से भेजा गया है. मुजाहिद बटालियन के साथ पाक आर्मी ने भारतीय सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए आर्टिलरी विंग के एक्सपर्ट को भी तैनात किया है.
पाकिस्तान एलओसी पर मौजूद गांवों के बीच मोर्चा बनाकर 102 एमएम मीडियम आर्टिलरी गन से फायरिंग कर रहा है. आजतक के पास मौजूद रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान इंजीनियर विंग उरी, राजौरी, नौशेरा और पूंछ सेक्टर में सीमापार पीओके में कई जगहों पर आरसीसी बंकर बना रहा है.
इन्हीं बंकरों में आर्टिलरी गन को भी तैनात कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक, एलओसी पर राजौरी और पूंछ सेक्टर के सीमापार पीओके में फॉरवॉर्ड लोकेशन में पाकिस्तान ने 6 की संख्या में 82 एमएम आर्टिलरी गन, 5 की संख्या में 92 एमएम आर्टिलरी गन तैनात किया है.
दरअसल, आर्टिलरी द्वारा फायरिंग की आड़ में आतंकियों को घुसपैठ कराने का बड़ा प्लान है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की आर्मी ने आतंकियों को सीमा पर घुसपैठ कराने के लिए 10 बख्तर बंद बुलेट प्रूफ गाड़ियां खरीदी हैं. इन बुलेट प्रूफ गाड़ियों में आतंकियों को लॉन्चिंग पैड तक लाया जाता है.