
दुनिया के कई मंचों पर भारत को घेरने में जुटा पाकिस्तान खुद ही घिरता जा रहा है. आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान लड़ाई लड़ने का दिखावा तो करता है लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाता है. इसी वजह से पाकिस्तान के सामने फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में ना आ जाने का डर है. पाकिस्तान ने FATF के द्वारा पूछे गए 125 सवालों का डिटेल में जवाब दिया है.
आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान ने क्या कदम उठाए हैं, इसके बारे में FATF के सामने एक प्रेजेंटेशन दी गई है. इस प्रेजेंटेशन में पाकिस्तान ने अप्रैल 2019 से अगस्त 2019 तक की जानकारी दी है.
अपनी प्रेजेंटेशन के दौरान पाकिस्तान ने FATF को बताया कि किस तरह वह संगठनों पर बैन लगा रहा है और उनकी संपत्तियों को जब्त कर रहा है. इसके अलावा पाकिस्तान ने कुछ संगठनों के बैंक खाते जब्त करने, कुछ संगठन और आतंकियों पर केस करने की जानकारी भी दी है.
इस रिपोर्ट को पाकिस्तान के इकॉनोमिक अफेयर्स के मंत्री हम्माद अज़हर ने सबमिट किया है. उनके साथ 15 सदस्यों की एक टीम बैंकॉक गई थी, जहां पर पाकिस्तान की तरफ से FATF में पूरी प्रेजेंटेशन दी गई. पाकिस्तान द्वारा सबमिट की गई रिपोर्ट पर FATF की एशिया यूनिट चार दिनों तक चर्चा करेगी और इनका रिव्यू करेगी.
गौरतलब है कि पाकिस्तान पर लगातार FATF के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगता रहा है और आतंकियों के खिलाफ एक्शन ना लेने की बात सामने आती रही है. तभी पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाले जाने की बात सामने आ रही थी जिसके बाद पाकिस्तान को मिलने वाली आर्थिक मदद पर रोक लग सकती थी. इसी के बाद FATF ने पाकिस्तान से 125 सवालों का जवाब मांगा था.
अब पाकिस्तान ग्रे लिस्ट में जाएगा या नहीं, इसपर आखिरी फैसला 16 से 18 अक्टूबर के बीच आएगा. आपको बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान की तरफ से हाफिज़ सईद, मसूद अजहर समेत कुछ आतंकियों पर एक्शन लिया गया था, कुछ को गिरफ्तार किया गया तो कई आतंकियों को नज़रबंद किया गया था.