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पाकिस्तान ने दो भारतीयों को गिरफ्तार करने का दावा किया है. हालांकि पाकिस्तान के इस दावे को भारत ने उसके प्रोपेगेंडा का हिस्सा करार दिया. सूत्रों के मुताबिक, दोनों नागरिकों के अनजाने में पाकिस्तान पहुंच जाने की जानकारी भारत ने पहले ही पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय को दे दी थी.
पाकिस्तान में गिरफ्तार भारतीय नागरिकों के नाम प्रशांत वेंदान और बारी लाल है. प्रशांत वेंदान के बारे में पाकिस्तान को मई 2019 की शुरुआत में बता दिया गया था. यहां तक की उनकी तस्वीर भी साझा की गई थी. 2017 में प्रशांत केी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई गई थी.
जबकि बारी लाल के मामले की जानकारी दिसंबर 2018 में दी गई. रिपोर्ट मिली थी कि वह अनजाने में पाकिस्तान सीमा में दाखिल हो गए और 2017 में पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा गिरफ्तार किए गए.
भारत की ओर से कहा गया कि कई बार अनुरोध के बावजूद पाकिस्तानी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. दोनों व्यक्तियों के पकड़े जाने की अचानक घोषणा पाकिस्ताना के प्रोपगेंडा का हिस्सा है.
पाकिस्तान की ओर से यह भी दावा किया जा रहा है कि आंध्र प्रदेश के रहने वाले प्रशांत और तेलंगाना निवासी बारीलाल हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि इसमें से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. पाकिस्तानी पुलिस ने आरोप लगाया कि 'आतंकी हमला' करने के लिए इन्हें पाकिस्तान भेजा गया था.
पाक का दावा-नहीं थे जरूरी कागजात
इससे पहले न्यूज एजेंसी पीटीआई ने जियो न्यूज के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि पाकिस्तान में अवैध तरीके से घुसने के आरोप में पाकिस्तान पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार किया है . पुलिस का कहना है कि जांच में दोनों के पास जरूरी कागजात नहीं पाए गए, जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों की गिरफ्तारी पंजाब प्रांत के बहावलपुर में हुई.
पाकिस्तान की पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज किया है. पाकिस्तान की ओर से दावा किया जा रहा है कि ये दोनों शख्स आंध्र प्रदेश के रहने वाले प्रशांत और तेलंगाना निवासी दुरमीलाल हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि इसमें से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. पाकिस्तानी पुलिस ने आरोप लगाया है कि 'आतंकी हमला' करने के लिए पाकिस्तान भेजा गया था.