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जम्मू की कोट भलवल जेल में बंद पाकिस्तानी कैदी सनाउल्लाह रनजय शुक्रवार को एक भारतीय कैदी के हमले में बुरी तरह जख्मी हो गया. पाकिस्तान ने घायल कैदी को तुरंत रिहा करने और स्वदेश भेजने की मांग की है. सनाउल्लाह को चंडीगढ़ स्थित पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) के आईसीयू में शुक्रवार की शाम भर्ती कराया गया. वह अभी कोमा में है.
पाकिस्तानी कैदी का नाम सनाउल्लाह है. हमले के बाद उसे जम्मू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे एयर एंबुलेंस से चंडीगढ़ के पीजआई अस्पताल लाया गया है. वह फिलहाल आईसीयू में है. डॉक्टर के मुताबिक उसके सिर में गम्भीर चोटें आई हैं और वह कोमा में है.
पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में इसी तरह के हमले में बुरी तरह जख्मी भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की मौत होने के एक दिन बाद सनाउल्लाह पर हमला हुआ है.
अपने साथी की हत्या करने के जुर्म में उम्रकैद की सजा काट रहे भारतीय सेना के पूर्व जवान विनोद कुमार ने किसी बात पर झगड़ा होने के बाद सियालकोट निवासी सनाउल्लाह पर हमला किया. हमले में सनाउल्लाह के सिर में गम्भीर चोटें आई और उसे पहले जम्मू के गर्वमेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. चिकित्सकों ने बताया कि वह कोमा में चला गया है.
ठीक इसी तरह का हमला 26 अप्रैल को सरबजीत पर हुआ था, जिसके बाद वह भी कोमा में चले गए थे और बाद में उनकी मौत हो गई. पाकिस्तानी कैदी को बाद में इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से जम्मू से चंडीगढ़ लाया गया और पीजीआईएमईआर में भर्ती कराया गया. पीजीआई के एक सूत्र ने बताया, 'उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है. उसकी हालत चिंताजनक है और उसकी जांच की जा रही है.'
केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने शुक्रवार को कहा, 'घटना सुबह आठ से 8.30 बजे के बीच हुई है. जम्मू जेल में पाकिस्तानी कैदी पर हमला हुआ है. इसकी जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है.' विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने ट्विटर पर लिखा है, 'पाकिस्तान के घायल कैदी सनाउल्लाह की हालत स्थिर है और उस पर सतत नजर रखी जा रही है.'
भारत ने इसे अफसोसनाक घटना बताते हुए कहा है कि इसके दोषी को सजा दी जाएगी. विदेश मंत्रालय ने इस तरह की घटनाओं को टालने के उपायों पर विचार के लिए दोनों देशों के संबंधित अधिकारियों की बैठक का प्रस्ताव रखा है. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'हमें पाकिस्तान के कैदी सनाउल्लाह रंजय के साथ हुई दुखद घटना की जानकारी मिली है. जम्मू की जेल में एक अन्य कैदी के साथ हुए झगड़े में वह बुरी तरह जख्मी हो गया है. इस मामले की जांच की जा रही है और दोषी को सजा दी जाएगी.'
मंत्रालय ने कहा है कि भारतीय जेलों में बंद पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए परामर्श जारी किया गया है. बयान में कहा गया है, 'हिरासत के दौरान कैदियों की सुरक्षा जेल अधिकारियों के जिम्मे आता है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. घायल की चिकित्सा कराई जा रही है और एक बार चिकित्सकीय व्यवस्था दुरुस्त हो जाती है तो उसके बाद राजनयिक मदद मुहैया कराई जाएगी.'
बयान के मुताबिक 483 मछुआरे समेत 535 भारतीय कैदी पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं और भारतीय जेलों में 272 कैदी बंद हैं. भारत स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग ने इलाज के लिए और मानवीय आधार पर कैदी को स्वदेश भेजने के लिए कहा है. उच्चायोग ने सनाउल्लाह को भेजने के लिए जमीनी सुविधा समेत एयर एंबुलेंस की सहायता मुहैया कराने के लिए कहा है.
उच्चायोग ने घटना का पूरा ब्योरा, तुरंत दूतावास संपर्क, पीड़ित को चिकित्सकीय सुविधा और अन्य पाकिस्तानी कैदियों को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है. जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय अक्षय ऊर्जा मंत्री मंत्री फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि यह पाकिस्तान के मामले से बिल्कुल अलग है. फारुक ने कहा, 'पाकिस्तान के विपरीत यहां कम से कम जांच की जाएगी और हम इसकी वजह जान पाएंगे.'
पाकिस्तान की जेल में 23 सालों से कैद रहे सरबजीत की बुधवार देर रात लाहौर अस्पताल में मौत हो गई थी. सरबजीत को आतंकवादी घटना में दोषी ठहराया गया था और मृत्युदंड की सजा सुनाई गई थी. शुक्रवार को पंजाब के सीमावर्ती जिले तरन तारन स्थित उसके पैतृक कस्बे भिखीविंड में उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया.
17 साल से जेल में है पाकिस्तानी कैदी
जम्मू के बाहरी इलाके में स्थित कोट बलवाल जेल में यह घटना घटी. सनाउल्लाह पिछले 17 साल से जेल में बंद है. जेल सूत्रों के मुताबिक, सनाउल्लाह पाकिस्तान के सियालकोट का रहने वाला है. सनाउल्लाह पर हत्या का केस चल रहा है. उसपर 8 धाराओं के तहत केस दर्ज हैं. इनमें से 2 मामलों में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा चुकी है. पाकिस्तानी कैदी पर किन परिस्थितियों में हमला हुआ और इसके पीछे वजह क्या रही, यह अभी नहीं मालूम हो सका है.
हमलावर कैदी भारतीय सेना का पूर्व जवान
पाकिस्तानी कैदी पर हमला उसके ही साथी कैदी ने किया. हमलावर कैदी का नाम विनोद कुमार है, जो कि भारतीय सेना का पूर्व जवान है. हमलावर उत्तराखंड का रहने वाला है. वह इस जेल में पिछले 6 साल से बंद है. उसने लेह में अपने साथ ड्यूटी करने वाले की हत्या की थी. कोर्ट मार्शल के बाद वह आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा है.
गौरतलब है कि भारत हो या पाकिस्तान, दोनों ही जगहों की ज्यादातर जेलों में क्षमता से काफी ज्यादा कैदी रखे जाते हैं. ऐसे में कैदियों पर सही तरीके से निगरानी नहीं हो पाती है. कैदियों के बीच मारपीट की घटनाएं अक्सर सुर्खियां बना करती है. हालांकि पाकिस्तान की जेल में सरबजीत सिंह की मौत का मामला इससे जुदा मालूम पड़ता है. उनकी मौत के पीछे पाकिस्तानी हुक्मरानों की साजिश की बू आती है.
कई स्थानों पर हाई अलर्ट
सरबजीत की मौत के बाद दिल्ली हाई अलर्ट पर है. सभी महत्वपूर्ण जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. वहीं तिहाड़ में भी पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा को देखते हुए चौकसी बढी है. गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के घर की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है.
सरबजीत की मौत के बाद दिल्ली में किसी तरह के हंगामे, विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने जगह-जगह सुरक्षा चौकस कर दी है. विशेष तौर पर तिहाड़ में पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा को बढ़ाया गया है, जिससे गुस्से में अन्य कैदी किसी का नुकसान न करें. तिहाड़ जेल में कई पाकिस्तानी कैदी बंद है.