
यूपी हमेशा से ही पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के टारगेट पर रहा है. यहां के युवाओं का ब्रेनवॉश करके उन्हें पैसे का लालच देकर आतंकी गतिविधियों में शामिल किया जाता रहा है. एक जमाने में यूपी का आजमगढ़ जिला आतंक की नर्सरी के नाम से सुर्खियों में था. वहां से अबू सलेम सहित कई माफिया डॉन अंडरवर्ल्ड की दुनिया में सक्रिय रहे. अब जासूसी के रूप में आतंक का एक नया चेहरा सामने आया है.
मेरठ से पकड़े गए आईएसआई एजेंट मोहम्मद एजाज ने पूछताछ के दौरान सुरक्षा एजेंसियों के सामने कई खुलासे किए. इससे पता चला कि आईएसआई के इस एजेंट ने उत्तराखंड में देहरादून और पिथौरागढ़ के कई महत्वपूर्ण स्थानों और संस्थानों की रेकी की थी. उत्तराखंड पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी. यूपी पुलिस एजाज से मिली सूचनाओं को आधार बनाकर राजस्थान से गोरधन सिंह नामक जासूस को गिरफ्तार किया.
IB ने यूपी सरकार को किया अलर्ट
यूपी आतंकवादियों के लिए सबसे मुफीद जगह बनती जा रही है. यहां के कई जिलों में काफी संख्या में आतंकियों के स्लीपिंग मॉड्यूल हैं. दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़े गए इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी एजाज शेख ने खुलासा किया था कि देवबंद के आस-पास उसके तीन आतंकवादी साथी रह रहे हैं. इंटेलीजेंस ब्यूरो ने भी कुछ महीनों पहले प्रदेश सरकार को वेस्ट यूपी के बारे में अलर्ट किया था कि यहां आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं.
वेस्ट यूपी में फैला ISI का स्लीपिंग मॉड्यूल
आईबी के इनपुट के अनुसार खतरनाक आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल मुजाहिदीन और इंडियन मुजाहिदीन ने वेस्ट यूपी में अपनी गहरी पैठ बना ली है. इनके कई स्लीपिंग मॉड्यूल मेरठ, गाजियाबाद, बागपत, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा और रामपुर में सक्रिय हैं. अब तक कई आईएसआई एजेंट और आतंकवादी इन जिलों से गिरफ्तार किए जा चुके हैं. गिरफ्तारी का सिलसिला फिलहाल अभी जारी है.
यूपी में कब-कब पकड़े गए ISI के एजेंट
30 अप्रैल, 2001: पाकिस्तान से ट्रेंड एक आतंकी को हापुड़ के एक मदरसे से पकड़ा गया.
1 मई, 2001: सहारनपुर से आईएसआई का एक एजेंट पकड़ा गया.
8 जनवरी, 2002: गाजियाबाद में एक आईएसआई एजेंट को मुठभेड़ में मार गिराया गया.
22 मार्च, 2002: हापुड़ से लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकी पकड़े गए.
21 जून, 2002: पाक को भारतीय सेना के गोपनीय दस्तावेज मुहैया कराने वाले एक एजेंट को पकड़ा गया.
9 जुलाई, 2002: मुरादाबाद से हिज्बुल मुजाहिदीन से ताल्लुक रखने वाले पांच आतंकी गिरफ्तार.
15 जुलाई, 2002: मुजफ्फरनगर से एक आईएसआई एजेंट गिरफ्तार.
14 मार्च, 2003: मुजफ्फरनगर से जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकी सज्जाद और इत्तफाकुल गिरफ्तार.
18 अप्रैल, 2004: मेरठ से रूबी बेगम नाम की आईएसआई एजेंट गिरफ्तार.
10 मार्च, 2005: मेरठ से खलील हुसैन शाह नाम का आईएसआई एजेंट गिरफ्तार.
23 अगस्त, 2005: लश्कर-ए-तैयबा के चीफ कोऑर्डिनेटर अबु रज्जाक मसूद का मुजफ्फरनगर कनेक्शन मिला.
21 जून, 2007: बिजनौर में भारी मात्रा में आरडीएक्स के साथ हूजी के दो आतंकी गिरफ्तार.
12 दिसंबर, 2008: सीआरपीएफ कैंप में आतंकी हमले से जुड़े लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी फहीम अंसारी गिरफ्तार.
10 जनवरी, 2009: सहारनपुर से आईएसआई एजेंट आमिर अहमद उर्फ भूरा गिरफ्तार.
16 अगस्त, 2014- मेरठ से संदिग्ध आईएसआई एजेंट आसिफ अली गिरफ्तार.
28 नवंबर, 2015- मेरठ में आईएसआई जासूस मोहम्मद एजाज को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार.