
हरियाणा के पलवल में रहने वाले कुछ लोगों के लिए साल 2018 की पहली रात खूनी बन गई. एक वहशी कातिल ने लगभग दो घंटे के भीतर एक के बाद एक 6 लोगों का कत्ल कर दिया. वो भी बेवजह, बेमकसद, बिना किसी रंजिश के. हैरत की बात ये है कि ना तो कातिल की किसी से कोई दुश्मनी थी और ना ही मरने वालों की कातिल से कोई जान-पहचान थी. फिर भी उस वहशी दरिंदे ने आधा दर्जन लोगों की जान ले ली. लेकिन उसने ऐसा क्यों किया इसका जवाब अभी पुलिस के पास नहीं है.
1 रात, 2 घंटे, 6 मर्डर
नए साल की पहली रात थी 1 जनवरी 2018 की रात. तकरीबन रात के 2 बजकर 30 मिनट पर पलवल पुलिस को सूचना मिली कि एक हॉस्पिटल में एक शख्स ने एक महिला पर हमला किया है. सूचना पर मिलते ही पुलिस मौका-ए-वारदात पर जाने के लिए निकल पड़ी. तभी रास्ते में पुलिस को एक शख्स की लाश मिली. इसके बाद पुलिस पलवल अस्पताल पहुंची, वहां पुलिस को एक महिला मिली, जिसके सिर पर गहरे जख्म थे. लोगों ने पुलिस को बताया कि एक शख्स ने लोहे की रॉड से महिला पर हमला किया और फरार हो गया. पुलिस ने अस्पताल की CCTV फुटेज खंगाली. उसमें हमलावर दिखाई दे गया. लेकिन महिला की मौत हो गई. दोनों क़त्ल एक ही तरीके से अंजाम दिए गए थे.
सीसीटीवी फुटेज से कातिल की पहचान
पुलिस को समझ में आने लगा था कि ये कोई सिरफिरा है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए उस कातिल की तलाश शुरू कर दी. रात का वक़्त, घना कोहरा और पुलिस एक सिरफिरे कातिल को तलाश रही थी. तभी पुलिस को एक और लाश मिली. फिर दूसरी, तीसरी, और चौथी लाश एक साथ एक बाद एक 6 लाशें मिलने से पुलिस के होश उड़ गए. लेकिन वो कातिल पुलिस को नहीं मिला जिसने इन सबको मौत के घाट उतारा था.
पुलिस पर भी हमला
डेढ़ किलोमीटर के दायरे में मारे गए सभी लोगों की शिनाख्त पुलिस कर चुकी थी. सिरफिरे कातिल का शिकार बनने वालों में अंजू, मुंशी राम, सितम, सुभाष, खेमचंद समेत और एक अज्ञात शख्स शामिल है. 6 लोगों की हत्या के बाद पलवल में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया. कातिल अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर था. तभी सुबह के लगभग 6 बजे पुलिस को पता चला कि कातिल को पलवल के कैम्प इलाके में देखा गया है और वो एक शख्स को मारने की कोशिश कर रहा है. बिना वक़्त गवाए पुलिस वहां जा पहुंची तो आरोपी ने पुलिस पर भी हमला कर दिया.
कौन है कातिल
पुलिस ने सिरफिरे कातिल को धर दबोचा. पुलिस जानना चाहती है कि आखिर उसने कत्ल क्यों किए. कातिल का नाम नाम नरेश धनखड़ है. नरेश सेना में अफसर था. उसने साल 2003 में इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट के पद से मेडिकल वीआरएस ले लिया था. साल 2006 नरेश को हरियाणा के कृषि विभाग में नौकरी मिल गई. उसे पलवल में ही एसडीओ के पद पर तैनाती मिल गई. 2007 में नरेश धनखड़ की शादी हुई. अब उसका एक 8 साल का बेटा है. साल 2015 में नरेश के खिलाफ पुलिस ने एक मुकदमा दर्ज किया था. उस पर पुलिस वालों के साथ मारपीट करने का आरोप था.
ससुर को मारना चाहता था नरेश
वर्तमान में नरेश धनखड़ भिवानी में पोस्टेड है. वह छुट्टी पर आया हुआ था. वह ओमैक्स सिटी में अपने फ्लैट में रहता था. उसे जानने वालों का कहना है कि वह बहुत गुस्सैल और झगड़ालू किस्म का है. जानकारी के मुताबिक पलवल में ही कोई शख्स नरेश के निशाने पर था, जिसकी वह काफी समय से हत्या करना चाहता था. पुलिस सूत्रों की मानें तो गिरफ्तारी के वक्त नरेश अपने ससुर धर्मपाल का क़त्ल करने जा रहा था.
गिरफ्तारी के वक्त उसे चोट लगी थी लिहाजा पहले उसे फरीदाबाद के अस्पताल में भर्ती किया. लेकिन ब्रेन हैमरेज हो जाने की वजह से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया. अब वहां उसका इलाज चल रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और उस सवाल का जवाब तलाश रही है कि आखिर नरेश ने ये कत्ल क्यों किए.