
पनामा पेपर्स मामले में सामने आई कानून कंपनी मोजेक फोंसेका पर पनामा की पुलिस ने छापा मारा है. अभियोजक ने कहा कि पनामा सिटी स्थित मोजेक फोंसेका के कार्यालय पर कार्रवाई की गई है.
मोजेक फोंसेका से बड़े पैमाने पर लीक हुए दस्तावेजों में दुनिया के नामी गिरामी हस्तियों के कथित तौर पर कर चोरी के मकसद से की गई संदिग्ध आर्थिक गतिविधियों का खुलासा हुआ है. इन दस्तावेजों को पनामा पेपर्स कहा जा रहा है.
कंपनी ने कहा है कि वह किसी भी गलत गतिविधि में शामिल नहीं है और हैकिंग का निशाना बनी है तथा सामने आई सूचनाओं को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है.
पनामा के राष्ट्रपति जुआन कार्लोस वरेला ने विदेशी वित्तीय गतिविधियों में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए दूसरे देशों के साथ मिलकर काम करने का वादा किया है.
पुलिस ने संगठित अपराध इकाई के अधिकारियों के साथ मंगलवार को कंपनी मुख्यालय पर छापा मारा.
एटॉर्नी जनरल ने कहा कि छापा का मकसद समाचार आलेखों में प्रकाशित सूचनाओं से संबद्ध दस्तावेजों को हासिल करना था, जिनमें अवैध गतिविधियों में कंपनी की संलिप्तता बताई गई है.
एक बयान में कहा गया है कि कंपनी की सहायक इकाइयों पर भी छापा मारा जाएगा. कंपनी ने ट्विटर पर स्पेनिश भाषा में दिए गए एक संदेश में कहा है कि मुख्यालय पर छापा मारने वाले अधिकारियों के साथ वह सहयोग कर रही है.
कंपनी से चुराए गए दस्तावेजों को पहले एक जर्मन समाचार पत्र को दिया गया, जिसने इन दस्तावेजों को अंतर्राष्ट्रीय खोजी पत्रकार संघ के साथ साझा किया. इन दस्तावेजों से पता चलता है कि किस प्रकार इस कंपनी ने अपने ग्राहकों को काले धन को सफेद करने और कर चोरी करने में मदद की है.
इनपुट..IANS.