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किसानों की हर आत्महत्या को खेती से जोड़कर देखना गलत: तोमर

केंद्रीय मंत्री ने किसानों के सवाल पर कहा कि सरकार का ध्यान इस ओर ज्यादा है कि किसानों को समय पर बीज और सिंचाई की सुविधा मिल सके. तोमर ने कहा कि किसानों को उन फसलों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए जो कम लागत में ज्यादा मुनाफा दें.

केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (फोटो-PIB) केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (फोटो-PIB)
रविकांत सिंह
  • भोपाल,
  • 12 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 12:13 PM IST

पंचायत आजतक मध्य प्रदेश के पहले सत्र में शुक्रवार को ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज और खनन मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन इंडिया टुडे समूह के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने किया.

राहुल कंवल ने तोमर से पूछा कि हर आठ घंटे में मध्य प्रदेश का एक किसान आत्महत्या करता है, ऐसा क्यों? इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि किसान आत्महत्या करे या कोई आत्महत्या करे, यह बड़ा दुखद है. किसान आत्महत्या के लिए मजबूर न हो, यह हम सभी की जवाबदेही है लेकिन किसानी के क्षेत्र में काम करने वाला हर व्यक्ति आत्महत्या की तरफ बढ़ रहा है तो इसका एक कारण नहीं, कई अलग-अलग कारण हैं और उन अलग-अलग कारणों का अलग-अलग विश्लेषण किया जाना चाहिए.

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तोमर ने कहा, यह सच है कि खेती मुनाफे का धंधा बने क्योंकि आदमी मुनाफे का धंधा नहीं करेगा तो निश्चित रूप से वह तकलीफ पाएगा. इसलिए मध्य प्रदेश की सरकार ने इस दिशा में काम किया है और किसान को जो लोन 18 प्रतिशत पर दिया जाता था, उसे जीरो पर्सेंट पर कर दिया गया है.

तोमर ने कहा- मध्य प्रदेश में किसानों की आत्महत्या की जहां तक बात है, तो हर आत्महत्या को खेती और किसानी से जोड़कर नहीं देखना चाहिए लेकिन खेती मुनाफे की हो, यह बीजेपी सरकार की प्रतिबद्धता है. इसलिए हमारी सरकार ने एमएसपी पर डेढ़ गुना ज्यादा मुनाफा देने का फैसला किया है.  

राज्य में बड़े किसानों की कमाई बनाम छोटे किसानों की कमाई के सवाल पर तोमर ने कहा कि राज्य में सभी किसानों को एक नजर से देखा जा रहा है. राज्य सरकार की स्कीमों का फायदा सभी स्तर पर किसानों को मिल रहा है. तोमर ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में अच्छी उछाल के चलते राज्य आज अच्छी स्थिति में है.

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तोमर ने कहा कि अमीर किसानों के पास अधिक जमीन है और छोटे किसानों के पास जमीन कम है. लिहाजा, आमदनी में अंतर है लेकिन उनका जितना भी उत्पादन हो रहा है, उसपर मुनाफा सभी को बराबर मिल रहा है.

तोमर ने कहा कि राज्य में किसानों को कमाई में इजाफा करने के लिए आय के अन्य स्रोतों की तरफ भी देखने की जरूरत है. इस दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है.

कार्यक्रम की शुरुआत केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के अहम सत्र 'मोदी हैं ना' से हुई. वहीं दिनभर राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी से कई दिग्गज नेता बताएंगे कि आखिर क्यों एंटी इन्कंबेंसी एक बार फिर चुनावों में मुद्दा नहीं बनेगा. वहीं लंबे समय में विपक्ष में बैठी कांग्रेस के नेता आगामी चुनाव में अपनी जीत का फॉर्मूला लेकर पंचायत आजतक के मंच पर मौजूद होंगे.

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