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पंचायत आजतक के आठवें सेशन 'किसमें कितना है दम' में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह, कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह, बीजेपी नेता बाबुल सुप्रीमो और सीपीआई नेता अतुल अंजान ने हिस्सा लिया.
सत्र की संचालक श्वेता सिंह के सवाल 'कौन किसके साथ है?' के सवाल पर आरपीएन सिंह ने कहा कि बीजेपी के साथ आज के समय में 20 से ज्यादा पार्टियां हैं और हमारी लड़ाई एक व्यक्ति से नहीं विचारधारा से है. कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारे पार्टी अध्यक्ष ने साफ कह दिया है कि हमारी लड़ाई विचारधारा से है, न कि किसी व्यक्ति विशेष से.
ममता बनर्जी से सीपीएम के गठबंधन पर अतुल अंजान ने कहा कि प्रधानमंत्री के कई और उम्मीदवार टहल रहे थे, लेकिन उन्हें निकाल दिया जा रहा है. ऐसे में दूसरे लोग महत्वाकांक्षा रख रहे हैं, तो क्या गलत है. दूसरों का मजाक उड़ाने से अच्छा है, अपने पर ध्यान दें.
बेंगलुरु में विपक्ष के शक्ति प्रदर्शन में अरविंद केजरीवाल के शामिल होने के सवाल पर आप नेता संजय सिंह ने कहा कि मोदी का गठबंधन बहुत पवित्र नहीं है, पीडीपी के साथ आपने किस आधार पर गठबंधन कर लिया. वो पार्टी कहती है कि कश्मीर में पाकिस्तान की करेंसी चलनी चाहिए. आपने त्रिपुरा में आईपीएफटी के साथ सरकार बना ली.
उन्होंने कहा कि आज जरूरत क्या है सारी पार्टियों के एकजुट होने की. लोकतांत्रिक और संवैधानिक संस्थाओं का मजाक बना दिया गया है. राज्यपाल के पद का मजाक बना दिया गया है. जो लोग ताजमहल को तोड़ने की बात करते हैं, उनको रोकना जरूरी है. पेट्रोल-डीजल के दाम कम नहीं हो रहे हैं और हर चीज का समाधान ये है कि भारत माता की जय.
कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने जनता से किए एक भी वादे पूरे नहीं किए. युवाओं को नौकरी नहीं मिली, किसानों की हालत खराब है. बेरोजगारों से कहा जा रहा है कि पकौड़ा बेचो. पाकिस्तान और चीन को मुंहतोड़ जवाब देने की बात की थी, लेकिन इस सरकार में सबसे ज्यादा सीजफायर की घटनाएं हुई हैं.
बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो ने कहा कि हमारी सरकार की नीति साफ है. हमने हजारों लोगों को रोजगार दिया है. कृषि उत्पादन बढ़ा है.
अतुल अंजान ने कहा कि टीडीपी एनडीए से क्यों निकल गई. आईपीएफटी के साथ आपने सरकार क्यों बनाई. जो जंतर मंतर पर आकर कहते हैं कि त्रिपुरा के अंदर हमें अलग देश चाहिए. ये कौन सा राष्ट्रवाद है. पीडीपी के साथ कैसा गठबंधन है आपका. आप कहते हैं कि हेमराज के एक सिर के बदले 10 सिर लाएंगे. आपने पाकिस्तान से दाल क्यों मंगा ली?
अंजान ने कहा कि गुजरात में हजारों किसानों की जमीन टाटा, अंबानी और अडानी ने हड़प ली. आप कह रहे थे कि जीएसटी नहीं लाएंगे. आपने सुषमा स्वराज को देखा था न जीएसटी के खिलाफ नाचते हुए. चर्चा और खर्चा बढ़ गया है, लेकिन केंद्र की सरकार क्या कर रही है, 87 रुपया प्रति लीटर पेट्रोल बिक रहा है. वैट घटा दीजिए. जनता को राहत मिल जाएगी.
आप नेता संजय सिंह ने कहा कि अगर किसी एक पार्टी को जनता ने बहुमत दे दिया, तो ये दलों के ऊपर निर्भर है कि वे किसके साथ जाना चाहती हैं. अगर जनता कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दे देगी, तो कांग्रेस की सरकार बनेगी. ये तय करना पड़ेगा कि किसके साथ जाना है, लिंचिंग करने वालों के साथ या ताजमहल तोड़ने वालों के साथ. पेट्रोल-डीजल पर इस समय सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है. मोदी सरकार में लगातार एक्साइज ड्यूटी बढ़ी है. ये कौन सी नीति है कि 87 रुपया प्रति लीटर पेट्रोल बिक रहा है.
बाबुल सुप्रियो ने कहा कि सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने का प्रयास कर रही है और एक दिन में नहीं होगा. इस पर संजय सिंह ने कहा कि क्या 2024 में पेट्रोल-डीजल के दाम कम होंगे.
सुप्रियो ने कहा कि जहां तक आईपीएफटी के साथ गठबंधन की बात है, तो सभी को मुख्य धारा में लाना होगा. उन लोगों को जनता ने ही चुना है. डाकुओं से भी मुख्यधारा में आने की अपील की जाती है. शिवसेना की आलोचना पर बीजेपी नेता ने कहा कि कहीं न कहीं शिष्टाचार में कमी आ रही है.
संजय सिंह ने बाबुल सुप्रियो से सवाल किया कि क्या आप अलगाववादियों का हृदय परिवर्तन कर सकते हैं. क्या दो झंडे की मांग करने वाली पार्टी का समर्थन कर रहे हैं. अफजल गुरु पर पीडीपी के स्टैंड से क्या आप सहमत हैं.
कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह ने कहा कि बीजेपी किसी से भी मिले और गठबंधन करें वो पवित्र है और दूसरे करें तो देशद्रोह है. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय क्रूड ऑयल 100 रुपये के पार चला गया, लेकिन इतना महंगा पेट्रोल और डीजल कभी नहीं बिका. किसानों का कर्ज माफ करने के बजाय आपने उद्योगपतियों का कर्ज माफ किया. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने कर्ज माफ किया, तो किसानों के 10-10 पैसे माफ हुए.
ममता के साथ गठबंधन के सवाल पर अतुल अंजान ने कहा कि पंचायत चुनावों में हिंसा हुई है. इस पर बाबुल सुप्रियो और अतुल अंजान के बीच जमकर नोकझोंक हुई. विपक्ष के साथ जाने के सवाल पर संजय सिंह ने कहा कि जनादेश के बाद राष्ट्रीय नेतृत्व इस पर फैसला करेगा, लेकिन जिस तरह संवैधानिक संस्थाओं पर हमले हो रहे हैं, हमें इनके खिलाफ पूरे देश को एकजुट होना ही पड़ेगा.
कार्यक्रम के अंत में बाबुल सुप्रियो ने एक गाना गाकर सुनाया. गाने के बोल थे...
आते जाते खूबसूरत आवारा सड़कों पे कभी कभी इत्तेफाक से
कितने अंजान लोग मिल जाते हैं...
इसके बाद बीजेपी नेता ने कहा कि इस गाने की लाइन में अंजान शब्द क्यों आया. इस पर बाद में चर्चा होगी.
इस पर अतुल अंजान ने कहा- हां, बाबुल का घर छूटने वाला है.