
यूपी के मेरठ की एक पंचायत ने बलात्कार की कीमत तय कर दी. न्याय की कुर्सी पर बैठे पंचों को चंद कागज के नोटों में हैवानियत का इंसाफ नजर आया. उन्होंने एक नाबालिक बच्ची के साथ बलात्कार की बोली लगा दी और बलात्कारी को सिर्फ 5 लाख का जुर्माना लगाकर छोड़ दिया. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, जिले के लक्खीपुरा में रहने वाली नाबालिग लड़की के साथ पड़ोस में रहने वाले युवक ने पहले रेप किया. लड़की जब गर्भवती हो गई, तो उसका गर्भपात भी करा दिया. इसकी जानकारी जैसे ही परिवार को लगी तो उन्होंने इसकी शिकायत पंचायत में कर दी. इसके बाद पंचायत बैठी. उसमें दोनों पक्षों के लोग आए.
भरी पंचायत में किशोरी की अस्मत की कीमत की बोली लगनी शुरू हो गई. आखिर 5 लाख में किशोरी की अस्मत का सौदा हुआ. आरोपी युवक के परिवार को पीड़ित किशोरी के परिजनों को 5 लाख रुपये देने का फरमान भरी पंचायत में सुनाया और मामला रफा दफा कर दिया. पंचायत के इस शर्मनाक फरमान के बाद परिवार थाने गया.
पुलिस ने इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई करने का भरोसा दिया है. बलात्कार जैसा जघन्य अपराध, जिसकी कड़ी से कड़ी सजा कम लगती हैं, ऐसे में पंचायत के नाम पर खुद को न्याधीश समझने वाली ऐसे लोग की भी अपराध में हिस्सेदारी तय की जानी चाहिए. न्याय के नाम पर अपराध को तमाशा बनाने वालों का भी क्राइम कम नहीं हैं.