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बागपत की पंचायत का फरमान- 'भारत माता की जय' न बोलने वालों का हो बहिष्कार

'भारत माता की जय' को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस मामले में बागपत की एक पंचायत ने नया फरमान जारी कर मामले को गरमा दिया है. पंचायत में 'भारत माता की जय' न बोलने वालों का सामाजिक और आर्थिक बहिष्कार करने का फरमान सुनाया है.

पंचायत ने सुनाया फरमान पंचायत ने सुनाया फरमान
मोनिका शर्मा/अनूप श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 03 अप्रैल 2016,
  • अपडेटेड 4:42 PM IST

भारत माता की जय को लेकर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. अब उत्तर प्रदेश में बागपत की एक पंचायत ने एक फरमान जारी कर इस मामले को गरमा दिया है. यहां के बिजरौल गांव की पंचायत में फैसला किया गया कि जो लोग भारत माता की जय नहीं बोल रहे, उनका सामाजिक और व्यापारिक बहिष्कार होना चाहिए.

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इस पंचायत में कई खाप के मुखिया भी शामिल हुए थे और उन्होंने भी ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.

अब तक अपने तुगलगी फरमानों के लिए जानी जाने वाली पंचायत अब देश की एकता और अखंडता को खंडित करने वालों के खिलाफ मुखर होती नजर आ रहीं हैं.

कहां से शुरू हुआ विवाद
ये मामला आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान से शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश के लोगों को 'भारत माता की जय' बोलना सिखाना होगा. इसपर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि अगर उनके गले पर छुरी रख दी जाए, तब भी वो 'भारत माता की जय' नहीं बोलेंगे.

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