
सुपर 30 की सफलता के साथ ही पंकज त्रिपाठी ने अपनी एक्टिंग क्षमताओं का एक बार फिर लोहा मनवाया है. ऋतिक रोशन ने इस फिल्म में मेन लीड आनंद कुमार की भूमिका निभाई है और उनकी इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक रिस्पॉन्स भी मिला है.
गैंग्स ऑफ वासेपुर से चर्चा में आने वाले पंकज त्रिपाठी ने फिल्म न्यूटन, वेबसीरीज़ मिर्जापुर और फिल्म सुपर 30 से अपनी स्थिति मजबूत की है. पंकज त्रिपाठी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि किसी भी एक्टर के लिए पढ़ाई करना काफी मायने रखता है. उन्होंने कहा, कॉलेज के दौर में मुझे आंदोलन करने के चलते एक हफ्ते जेल में डाला गया था. जेल में खाना-पीना ठीक है, लेकिन आपको बाहर की दुनिया नहीं दिखती है. फिर आप बाहर की दुनिया को लेकर कल्पनाएं करने लगते हैं. मसलन, उस जेल के बाहर पटरी थी जिससे रेल गुजरती थी. मैं उस ट्रेन के कलर के बारे में सोचा करता था. तो मतलब कुछ करने के लिए नहीं था तो उस दौरान मैंने किताबें पढ़ना शुरू किया था और वहां से मेरी रुचि किताबों में हुई थी.
बीते कुछ सालों में पंकज त्रिपाठी अपने स्टारडम में इज़ाफा करने में कामयाब रहे हैं. यही कारण है कि सुपर 30 के ट्रेलर लॉन्च होने पर कई फैन्स ने ये डिमांड की थी कि इस फिल्म में ऋतिक रोशन की जगह पंकज त्रिपाठी को आनंद कुमार की भूमिका निभानी चाहिए थी क्योंकि उनकी कद-काठी और बैकग्राउंड आनंद कुमार के साथ काफी मिलता जुलता है और फिल्म को रियलिस्टिक टच देने के लिए पंकज त्रिपाठी ऋतिक से बेहतर साबित हो सकते हैं.
लेकिन ये भी सच है कि ऋतिक के स्टारडम की पंकज त्रिपाठी के स्टारडम से तुलना नहीं की जा सकती है और निश्चित तौर पर ऋतिक रोशन अपने स्टारडम के चलते इस महत्वपूर्ण फिल्म को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में कामयाब हो पाए हैं. ये वैसा ही है जब अक्षय कुमार जैसा सुपरस्टार सोशल मुद्दों से जुड़ी फिल्मों पर काम करते हैं और एक जरूरी मुद्दे को मेनस्ट्रीम दर्शकों तक पहुंचाने की कोशिश करते हैं. वर्कफ्रंट की बात करें तो पंकज त्रिपाठी रणवीर सिंह की फिल्म 83 को लेकर चर्चा में बने हुए हैं.