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प्रदूषण ने खड़ी की दिल्ली के लिए आफत, 4 गुना बढ़ सकती है पार्किंग फीस

दिल्ली में दिवाली से पहले ही दूषित हो रही हवा की स्थ‍िति और भी बद्तर हो गई है. इसकी वजह से दिल्ली के आम लोगों को न सिर्फ स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझना पड़ सकता है, बल्क‍ि उनकी जेब पर भी यह भारी पड़ रहा है.

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विकास जोशी
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  • 18 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 11:21 AM IST

दिल्ली में दिवाली से पहले ही दूषित हो रही हवा की स्थ‍िति और भी बद्तर हो गई है. इसकी वजह से दिल्ली के आम लोगों को न सिर्फ स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है, बल्क‍ि उनकी जेब पर भी यह भारी पड़ सकता है. सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त ईपीसीए ने दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) को लागू कर दिया है. इसके तहत कमिटी पार्किंग फीस चार गुना तक बढ़ा सकती है.

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वापस आ सकता है ऑड-ईवन

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से बदरपुर पावर प्लांट को बंद कर दिया गया है. डीजल जनरेटर्स को प्रतिबंधित कर दिया गया है. ईपीसीए ने कहा है कि  जरूरत पड़ी तो वह दिल्ली में ऑड-ईवन फॉर्म्यूले को लागू करने से भी नहीं हिचकेगी. इसके साथ ही वह कारों को सड़क पर न चलाने और स्कूल बंद करने जैसे कई कदम उठा सकती है.

ईपीसीए ने की रिव्यू मीटिंग

जीआरएपी के तहत 'बहुत बुरा' और 'गंभीर' स्थ‍िति दिल्ली में लागू हो चुकी है. यह 15 मार्च तक लागू रहेगा. एनवायरनमेंट पॉल्यूशन प्रिवेंशन एंड कंट्रोलन अथॉरिटी (ईपीसीए ) ने इसकी घोषणा रिव्यू मीटिंग के बाद की थी. ईपीसीए सदस्य सुनीता नारायण ने बताया कि जीआरएपी में प्रदूषण के बहुत बुरे स्तर पर पहुंचने की स्थिति में पार्किंग फीस बढ़ाने का भी एक प्रावधान है.

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बुरे स्तर पर पहुंचा तो बढ़ेगी फीस

वैसे इसे त्वरित लागू करना इसलिए संभव नहीं है क्योंकि दिल्ली सरकार की पार्किंग नीति फिलहाल तैयार नहीं है. हालांकि सुनीता ने कहा कि अगर प्रदूषण काफी बुरे स्तर पर पहुंच जाता है, तो ईपीसीए पार्किंग फीस बढ़ाने का फैसला ले सकती है. फिर चाहे पार्किंग नीति लागू हो या नहीं.

लेने होंगे कड़े फैसले

सुनीता ने कहा कि हम कोशिश कर रहे हैं कि प्रदूषण उस स्तर पर न पहुंचे, जहां इसकी वजह से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां होनी शुरू हो जाए. लेकिन अगर ऐसा होता है, तो हमें कई कड़े फैसले लेने पड़ सकते हैं.

अन्य पावर प्लांट को भी करना पड़ सकता है बंद

ईपीसीए ने कहा है कि बदरपुर पावर प्लांट तो बंद कर दिया गया है. लेकिन अगर प्रदूषण का स्तर यूं ही बढ़ता रहा, तो दादरी और झझ्झर स्थ‍ित पावर प्लांट को भी बंद करना पड़ सकता है. हालांकि दिल्लीवासियों को बिजल की कटौती का सामना न करना पड़े, इसके लिए बवाना स्थ‍ित पावर प्लांट को पूरी क्षमता से काम करने के लिए कहा गया है.

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