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आतंकियों का खतरनाक प्लान, भारत में हमलों के लिए वीरान द्वीपों का हो सकता है इस्तेमाल

गृह मंत्रालय की संसदीय कमेटी ने गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों को चेताया है कि वीरान पड़े द्वीपों का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए किया जा सकता है. कमेटी ने कहा कि आतंकवादी भारत में हमले करने के लिए नए तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं.

संसदीय कमेटी ने गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों को चेताया संसदीय कमेटी ने गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों को चेताया
मोनिका शर्मा/कमलजीत संधू
  • नई दिल्ली,
  • 07 दिसंबर 2016,
  • अपडेटेड 11:46 PM IST

गृह मंत्रालय की संसदीय कमेटी ने गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों को चेताया है कि वीरान पड़े द्वीपों का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए किया जा सकता है. कमेटी ने कहा कि आतंकवादी भारत में हमले करने के लिए नए तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं.

गृह मंत्रालय ने कहा भारत के तटीय इलाकों पर लश्कर-ए-तैयबा की तरफ से आतंकी गतिविधियों के खतरे को लेकर समय-समय पर चेतावनी दी जाती है. म्यांमार मछुआरों और समुद्र के रास्ते म्यांमार जा रहे रोहिंग्या मुसलमानों की वजह से अंडमान और निकोबार द्वीप की सुरक्षा पर असर पड़ सकता है और इसकी सूचना भी गृह मंत्रालय को दे दी गई है.

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संसदीय कमेटी ने कहा कि मरीन पुलिस को विदेशों से होने वाली घुसपैठ को रोकने के लिए चौकस रहना चाहिए. गृह मंत्रालय ने भी कमेटी को बताया कि तटीय इलाकों पर मरीन पुलिस, कोस्ट गार्ड और भारतीय नौसेना की तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा रहता है. इसके अलावा जहाजों की तैनाती और एयरक्राफ्ट द्वारा नियमित पेट्रोलिंग की भी जानकारी दी गई है.

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