
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर इस वक्त दोहरी जिम्मेदारी निभा रहे हैं. एक और उनके मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी है और दूसरी तरफ गोवा में बीजेपी को जीत दिलाने का मिशन.
'आज तक' संवाददाता मनजीत नेगी ने गोवा के प्रचार मैदान में उतरे पर्रिकर के साथ वक्त बिताकर जाना कि वो कैसे इन दोनों कामों के लिए वक्त निकाल रहे हैं. इस दौरान पर्रिकर ने राज्य के सियासी हालात पर भी राय जाहिर की.
रात-दिन प्रचार
पर्रिकर ने बताया कि प्रचार के इन दिनों में उनका दिन सुबह 5 बजे शुरू होता है और रात 12 बजे तक वो काम में जुटे रहते हैं. पर्रिकर के मुताबिक साल 2012 के चुनाव में वो 400 रैलियों को संबोधित कर चुके हैं. रक्षामंत्री मानते हैं कि छोटी सभाओं में जनता से बेहतर संवाद होता है. ऐसी सभाओं के बाद वो लोगों से मिलकर उनका मूड जानने की कोशिश भी करते हैं. पर्रिकर का दावा है कि गोवा की जनता उनके लिए परिवार सरीखी है.
'मुकाबले में नहीं AAP'
पर्रिकर मानते हैं कि बीजेपी को कुछ सीटों पर कांग्रेस से चुनौती मिल रही है. बाकी जगहों पर महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी और निर्दलीय उम्मीदवार जीत की जुगत में हैं. उनकी मानें तो राज्य में आम आदमी पार्टी कहीं मुकाबले में नहीं है.
रक्षामंत्री के मुताबिक गोवा के लोग नेताओं को परखकर ही वोट देते हैं. उनके लिए मतदान सोना खरीदने जैसा काम है. लिहाजा वो बाहर से आई पार्टी को स्वीकार नहीं करेंगे.
'सीएम का दावेदार नहीं'
पर्रिकर मौजूदा सीएम के काम की तारीफ करते हैं लेकिन ये भी कहते हैं कि गोवा की जनता का उनसे खास स्नेह है. वो यूपी और उत्तराखंड में भी प्रचार करने जाएंगे लेकिन 4 फरवरी तक उनका फोकस गोवा पर होगा. पर्रिकर का कहना है कि वो सीएम पद के उम्मीदवार नहीं हैं लेकिन पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, उसे पूरा करेंगे.
पर्रिकर का दावा है कि नोटबंदी का उनके राज्य में पॉजिटिव असर हुआ है. उनकी राय में लोग इसे एक अच्छा कदम मानते हैं और गोवा की जनता को इससे खास किल्लत नहीं झेलनी पड़ी.