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कप्तान पार्थिव पटेल (105) की शतकीय पारी और गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (28-5) की धारदार गेंदबाजी के बल पर गुजरात ने सोमवार को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले में दिल्ली को 139 रनों से रौंदते हुए विजय हजारे ट्रॉफी जीत ली.
पार्थिव, भट्ट और गांधी की अच्छी बैटिंग
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी गुजरात की टीम ने पार्थिव, रूजुल भट (60) और चिराग गांधी (44) की बदौलत निर्धारित 50 ओवरों में सारे विकेट खोकर 273 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया. लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली अपने स्टार बल्लेबाजों शिखर धवन (5) और कप्तान गौतम गंभीर (9) के फ्लॉप शो के कारण 32.3 ओवरों में 134 रनों पर ढेर हो गई. दिल्ली के लिए पवन नेगी ने 57 रनों की पारी खेली. उन्मुक्त चंद ने 33 रनों का योगदान दिया.
नहीं चले दिल्ली के बल्लेबाज
दिल्ली के लिए सबसे बड़ी साझेदारी 10वें विकेट के लिए नेगी और नवदीप सैनी के बीच 34 रनों की रही, हालांकि इस साझेदारी में सैनी ने सिर्फ एक गेंद का सामना किया और खाता भी नहीं खोल सके. गुजरात के लिए बुमराह के पांच विकेट के अलावा तेज गेंदबाज आर. पी. सिंह ने भी चार विकेट हासिल किए.
पटेल और आर पी बने मैन ऑफ द मैच
इससे पहले गुजरात के लिए सलामी बल्लेबाज पार्थिव ने रुजुल भट के साथ तीसरे विकेट के लिए 149 रनों की साझेदारी कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया. पार्थिव ने 119 गेंदों की अपनी पारी में 10 चौके लगाए. भट्ट ने भी 74 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का लगाया. पार्थिव और आर. पी. सिंह को संयुक्त रूप से मैन ऑफ द मैच चुना गया.