
दुनिया के दिग्गज राष्ट्राध्क्षों, कारोबारी जगत के तमाम दिग्ग्जों का वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) 2018 के लिए दावोस में जमावड़ा लगा है. इस कार्यक्रम में वही लोग शिरकत कर सकते हैं, जिन्हें आमंत्रण मिलता है. दावोस स्विट्जरलैंड की एक बेहद खूबसूरत जगह हैं, और इसमें दुनिया के दिग्गजों का जमावड़ा होता है, जिसकी वजह से बहुत से लोगों के मन में यह इच्छा होती है कि काश मैं भी वहां जा पाता. दिग्गजों के अलावा इसमें WEF के सदस्य-पार्टनर शामिल होते हैं, लेकिन सच तो यह है कि इसमें शामिल होना बहुत महंगा सौदा है.
WEF की सदस्यता शुल्क ही अगर भारतीय रुपये की बात करें तो 40 लाख से लेकर 4 करोड़ रुपये के आसपास होती है. इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले राष्ट्राध्यक्षों, कारोबारी दिग्गजों, कला-संस्कृति, सिविल सोसाइटी जगत के दिग्गजों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता. बाकी लोगों को अगर इस कार्यक्रम में शामिल होना है तो सबसे पहले उसे मेंबर या पार्टनर होना जरूरी है.
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की पार्टनरशिप और सदस्यता शुल्क 60,000 से 6 लाख स्विस फ्रैंक तक है, जो भारतीय रुपये के मुताबिक 40 लाख से 4 करोड़ रुपये तक होता है. यह अंतर असल में कार्यक्रम में आपके शामिल होने के स्तर पर निर्भर होता है. दावोस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए सदस्यता के अलावा और रकम देनी होती है. एक रिपोर्ट के अनुसार दावोस सम्मेलन में हिस्सेदारी का टिकट लेने के लिए आपको करीब 20,000 डॉलर यानी 12 से 13 लाख रुपये देने होते हैं.
एक लाख से ज्यादा का यात्रा खर्च
अगर यात्रा खर्च की बात करें तो दिल्ली से स्विट्जरलैंड के शहर ज्यूरिख तक का रिटर्न टिकट आपको 55 हजार से 1 लाख रुपये तक में मिल सकता है. ज्यूरिख से दावोस तक आप ट्रेन या बस से जा सकते हैं. ज्यूरिख से दावोस तक हेलीकॉप्टर सेवा भी है, जो आधे घंटे में पहुंचा देती है, लेकिन इसके लिए आपको करीब 6.5 लाख रुपये खर्च करने होंगे.
रहने-खाने का खर्च
दावोस समिट के मौके पर होटल में कमरा ढूंढना आपके लिए सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकती है. ऐसे मौके पर ज्यादातर बजट होटल खाली नहीं रहते और एक रात के लिए आपको 65,000 रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं. इस तरह अगर आप वहां पांच दिन ठहरते हैं तो आपके 3.25 लाख रुपये खर्च हो सकते हैं.
इस तरह दावोस की इस यात्रा में आपको कम से कम 60 लाख रुपये तो खर्च हो ही जाएंगे, यह रकम कई करोड़ तक जा सकती है.