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केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर पठानकोट आतंकी अटैक को लेकर खुफिया सूचना नहीं मिली होती तो शायद यह हमला और बड़ा होता. गृह मंत्री ने इस बात से इनकार कर दिया कि सरकार के पास इस हमले को लेकर इंटेलीजेंस इनपुट नहीं था. गृह सचिव राजीव महर्षि ने भी इस बात का दावा किया कि इंटेलीजेंस इनपुट जारी किया गया था.
शनिवार को किया था गलत दावा
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार शाम को पठानकोट ऑपरेशन कामयाब होने की जानकारी दी थी, जो रविवार को गलत साबित हुई. राजनाथ ने शनिवार को ट्वीट करके
ऑपरेशन कामयाब होने की जानकारी दी थी और जवानों को शाबाशी भी दे दी थी. लेकिन रविवार को भी ऑपरेशन जारी रहा और सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को ढेर
किया. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट को रिट्वीट करके इस चूक के लिए हैरानी जताई.
हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे: राजनाथ
इससे पहले शनिवार को गृह मंत्री ने कहा था कि भारत अपने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध चाहता है लेकिन किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा, पाकिस्तान हमारा पड़ोसी देश है. हम न सिर्फ पाकिस्तान के साथ, बल्कि अपने सभी पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं. हम शांति भी चाहते हैं लेकिन अगर भारत पर कोई आतंकी हमला होता है तो हम उसका मुंहतोड़ जवाब देंगे.
ऑपरेशन जारी
भारतीय वायुसेना के एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार शाम कहा कि वायुसेना अड्डे में घुसे आतंकवादियों के खिलाफ अभियान जारी है. पठानकोट वायुसेना अड्डे के कमान अधिकारी, एयर कमोडोर जे.एस. धमून ने कहा, 'अभियान अभी भी जारी है. मुठभेड़ अभी भी जारी है. घुसपैठियों, आतंकवादियों से वायुसेना अड्डे को पूरी तरह मुक्त किए जाने तक अभियान जारी रहेगा.'
मेस पर किया अटैक
उन्होंने कहा, 'देर रात तलाशी अभियान के दौरान एक समूह की गार्ड वायुसेना कमांडो के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई. एक गार्ड शहीद हो गया और एक घायल हो गया. अनुमानत: आतंकवादियों की संख्या चार है और वे वहां से भाग कर अन्य इमारतों की ओर चले गए. भागते समय वे गोलीबारी करते रहे.' उन्होंने कहा कि आतंकवादी भागते समय डीएससी (डिफेंस सर्विस कॉर्प्स) के मेस पर गोलीबारी की, जहां सुबह तड़के का नाश्ता तैयार हो रहा था.
रातभर जारी रहा ऑपरेशन
धमून ने कहा, 'डीएससी का एक जवान आतंकवादियों के पीछे लपका और एक को पकड़ लिया. जवान ने आतंकवादी की ही राइफल से उसे मार गिराया. उसके बाद आतंकवादियों की ओर से दागी गई एक गोली लगने से वह शहीद हो गया.' एयर कमोडोर धमून ने कहा, 'आतंकवादियों को एक इलाके में घेर लिया गया और अभियान पूरी रात और आज सुबह जारी रहा.' उन्होंने कहा कि सात सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं, जिसमें एक गार्ड कमांडो, पांच डीएससी से और एक एनएसजी का अधिकारी शामिल है.