
गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के मासूम प्रद्युमन ठाकुर की निर्मम हत्या के बाद देश भर के निजी स्कूलों पर सख्ती बरतने की शुरुआत की जा रही है. इसी क्रम में बिहार की राजधानी पटना के भी निजी स्कूलों पर और सख्त नजर रखने के लिए मंगलवार को जिलाधिकारी संजय अग्रवाल ने निजी स्कूलों के प्रबंधन के साथ एक बैठक की. इस बैठक में पटना के तमाम निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.
जानिए आखिर बैठक में किन मुद्दों पर हुई चर्चा:
1. बैठक में निजी स्कूलों में छात्र और छात्राओं की सुरक्षा का बेहतर वातावरण बनाने, अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन के बीच बेहतर संवाद स्थापित करने और विद्यालयों में शैक्षणिक माहौल में सुधार के मुद्दों पर चर्चा हुई.
2. छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के संबंध में स्कूलों में उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा की गई.
3. स्कूलों में छात्र और छात्राओं की सुरक्षा में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की जाएगी.
4. स्कूलों में छात्र और छात्राओं के साथ लापरवाही बरतने वाले प्रबंधन की मान्यता रद्द करने के लिए सीबीएसई, आईसीएसई और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से की अनुशंसा जाएगी.
5. मूलभूत सुविधाओं के संबंध में सभी स्कूलों से जानकारी मांगी गई.
इस बैठक में पटना जिलाधिकारी की ओर से स्कूल प्रबंधन से छात्र और छात्राओं की सुरक्षा को लेकर कई तरह की सूचनाएं भी मांगी गई.
1. स्कूल में शिकायत पेटी की उपलब्धता
2. स्कूल में SMS की सुविधा
3. स्कूल में सीसीटीवी की सुविधा
4. स्कूल में सुरक्षागार्ड की स्थिति
5. स्कूल में सुरक्षागार्ड को प्रशिक्षण देने की स्थिति
6. स्कूल में आपदा की स्थिति से निपटने के लिए तैयारी
7. स्कूल में अग्निशमन की व्यवस्था
8. स्कूल में बच्चों को भूकंप के दौरान बचने का प्रशिक्षण
9. स्कूल बस में GPS की सुविधा और वाहन पार्किंग की व्यवस्था
10. स्कूल के बस पर चालक और कंडक्टर का नाम और मोबाइल नंबर
11. स्कूल बस में फर्स्ट एड की सुविधा
12. स्कूल बस पर इमरजेंसी मोबाइल नंबर
13. स्कूल में शौचालय की सुविधा और रखरखाव
निजी स्कूल प्रबंधन की बैठक के बाद जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि अनुमंडल पदाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक की टीम बनाकर निजी स्कूलों में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं की जांच कराई जाएगी. जिलाधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान अगर किसी स्कूल में किसी भी प्रकार की कमी पाई जाएगी तो संबंधित स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बैठक में जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि स्कूल के बच्चों के साथ हुई किसी भी घटना के संबंध में अभिभावक उसे नजरअंदाज ना करें और इसकी सूचना विद्यालय के प्राचार्य और जिला प्रशासन को दें.