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पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के लिए वोटिंग, बीजेपी-जदयू के बीच जंग

पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के लिए बुधवार को वोट डाले जा रहे हैं. मतगणना बुधवार को ही शाम चार बजे से होगी जिसके बाद देर रात तक इसके नतीजे भी आने की संभावना है.

फाइल फोटो फाइल फोटो
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 05 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 1:53 PM IST

पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के लिए बुधवार को वोट डाले जा रहे हैं. मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ जो दो बजे तक जारी रहेगा. मतगणना बुधवार को ही शाम चार बजे से होगी जिसके बाद देर रात तक इसके नतीजे भी आने की संभावना है.

पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ के लिए 20 हजार से ज्यादा मतदाताओं के लिए 46 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. पुलिस के अनुसार, पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव को लेकर मतदान केंद्रों के पास सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं. मतदान केंद्रों पर सुबह से ही मतदातओं की भीड़ लगी है और लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं. चुनाव को लेकर छात्र-छात्राओं में उत्साह का माहौल है, सभी लोग अपना मत डालने के लिए पंक्ति में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.

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इस चुनाव में सेंट्रल पैनल के पांच पदों के लिए कुल 43 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है. उल्लेखनीय है कि पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ को लेकर बिहार का सियासी पारा भी चढ़ा हुआ है.

राज्य के सभी प्रमुख दलों के बीच इस चुनाव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है, इस कारण इस चुनाव परिणाम में लोगों की दिलचस्पी बढ़ी हुई है.

बता दें कि इस बार पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में बीजेपी समर्थित अखिल विद्यार्थी भारतीय परिषद (एबीवीपी) के उम्मीदवारों को जदयू छात्रसंघ के उम्मीदवार कड़ी टक्कर दे रहे हैं. छात्रसंघ चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी बनाम जदयू उम्मीदवारों का बन गया है.

जदयू नेता प्रशांत किशोर पर हुआ हमला

छात्रसंघ चुनाव में जदयू नेता प्रशांत किशोर के हस्तक्षेप को लेकर विवाद बढ़ गया. सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपति से मिलने पहुंचे प्रशांत किशोर की कार पर पटना यूनिवर्सिटी के छात्रों ने हमला बोल दिया था जिसमें वह बाल-बाल बच गए थे. दरअसल मतदान से पहले प्रशांत किशोर लगातार यूनिवर्सिटी के छात्रों से मुलाकात कर रहे थे और जदयू के सभी उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने में लगे थे.

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बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर जदयू उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के इरादे से पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रासबिहारी सिंह से मुलाकात करने पहुंचे थे. प्रशांत किशोर पर हमला करने के दौरान छात्रों ने जमकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के खिलाफ नारेबाजी की.

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