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संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती के देशभर में हो रहे विरोध के बाद फिल्म की लीड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के परिवार को सुरक्षा दी जा सकती है.
जानकारी के अनुसार, कर्नाटक के गृह मंत्री ने डीजीपी को लिखा है कि वे दीपिका पादुकोण के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराए. दीपिका का परिवार बेंग्लुरू में रहता है. अब इस मामले में पुलिस को तय करना है कि वह पुलिस बल तैनात करती है या फिर फौरी तौर पर सतर्कता बरतती है.
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बता दें कि इससे पहले संजय लीला भंसाली के ऑफिस के बाहर भी पुलिस बल तैनात किया गया था. 15-16 पुलिसकर्मियों की टीम मुंबई में जुहू स्थित भंसाली के दफ्तर के बाहर तैनात किए गए थे. पद्मावती में इतिहास के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए कई संगठनों ने चेतावनी दी है. राजस्थान में शूटिंग के दौरान भी करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने फिल्म के सेट पर तोड़-फोड़ के साथ भंसाली के साथ हाथापाई की थी.
हालांकि, अब इस फिल्म की रिलीज टल चुकी है. इसे अब जनवरी में रिलीज किया जा सकता है. उधर, दूसरी ओर पुणे की एक अदालत ने फिल्म ‘पद्मावती’ के निर्देशक संजय लीला भंसाली और फिल्म के लीड कलाकारों समेत छह प्रतिवादियों को ‘कारण बताओ’नोटिस जारी किया है. इन सभी को मंगलवार को अदालत में पेश होने के लिए कहा गया है. वकील सुदीप केंजलकर और स्मिता पडोले ने मुकदमा दायर कर फिल्म ‘पद्मावती’ की पुणे जिले में रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है.
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सुदीप केंजलकर ने ‘आज तक/इंडिया टुडे’ से उस कारण पर बात की, जिसकी वजह से पुणे सिविल कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराने की जरूरत पड़ी. सुदीप ने कहा, ‘फिल्म पद्मावती के ट्रेलर, जो कि सोशल मीडिया पर वायर हो चुका है, में रानी पद्मावती को लोगों के सामने नृत्य करते दिखाया गया है, वो भी बिना घूंघट के. हकीकत में इतिहास में इस तरह की कोई घटना नहीं हुई और ना ही कहीं इसका कोई सबूत है.