
दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर कंपनी पवनहंस के उड़नखटोले 1 अप्रैल से दिल्ली के आसमानों में उड़ते दिखेंगे. अब खास के साथ-साथ आम आदमी भी दिल्ली का हवाई दर्शन कर सकेंगे. इसके उद्घाटन के बाद से अब तक शौकीन लोगों को वीकेंड यानी शनिवार-रविवार तक का इंतजार करना पड़ता था लेकिन अब हर कोई दिल्ली को आसमान से निहारने का मजा रोजाना ले सकेगा.
दस मिनट और बीस मिनट की दो हेलीराइड होंगी
गौरतलब है कि पवनहंस ने दिल्ली दर्शन के लिए दो कैटेगरी की हवाई यात्राएं शुरू की हैं. पहली 10 मिनट की दिल्ली दर्शन यात्रा जिसके लिए आपको अपनी जेब से 2499 रुपए हल्के करने होंगे. वहीं दूसरी 20 मिनट की उड़ान होगी. इसके लिए आपको ठीक दोगुने यानी 4999 रुपए खर्च करने होंगे. दस मिनट की राइड में आप रोहिणी से उड़कर जापानी पार्क, यमुना, चंडीगढ़ हाईवे होते हुए पीतमपुरा के टीवी टावर के सामने से उड़ेंगे तो वहीं 20 मिनट की राइड में अगर आईजीआई से परमिशन मिली तो आप लाल किले से होते हुए अक्षरधाम को भी आसमानी उड़ान से देख सकते हैं.
आम लोगों तक पहुंचे हेलीकॉप्टर की उड़ान
पवनहंस का कहना है कि रोहिणी हेलीपोर्ट हेलीकॉप्टर सेवाओं को आम आदमी की पहुंच तक लाने के मकसद से बनाया गया है और इसीलिए दिल्ली दर्शन की हेलीसेवा भी शुरू की गयी है. दरअसल आईजीआई एयरपोर्ट में हेलीकॉप्टर की आवाजाही के लिए अब जगह नहीं बची है. इसीलिए हेलीपोर्ट रोहिणी में बनाया गया. फिलहाल दिल्ली इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से 40-50 हेलीकॉप्टर उड़ते हैं.
आवेदन के जरिए भी बुक हो सकेंगे टिकट
दिल्ली दर्शन हेलीयात्रा के लिए सीधे रोहिणी हेलीपोर्ट से टिकट खरीदे जा सकते हैं. हेलीपोर्ट सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक खुला रहेगा. हालांकि आनेवाले समय में बुकिंग यदि अधिक होने लगेंगी तो मुमकिन है कि बिना टिकट कटाए जाने पर आपको निराश होना पड़े. ऐेसे में आप वेबसाइट से या फिर आवेदन के जरिए एडवांस टिकट बुक करा लें.
रोहिणी हेलीपोर्ट से जोड़ी जा रही मेट्रो लाइन
फिलहाल आम जन को रोहिणी हेलीपोर्ट तक पहुंचने में समस्याएं हैं लेकिन जल्द ही इसे आईजीआई हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 से जोड़ने के लिए सीधी सड़क बनाई जा रही है. दो किमी के हिस्से पर निर्माण कार्य बाकी है. भविष्य में इसे बाकी मेट्रो लाइन से भी जोड़े जाने की भी योजना है.
दिल्ली दर्शन के अलावा बाकी शहरों के लिए भी होगी बुकिंग
रोहिणी हेलीपोर्ट पर फिलहाल 12 हेलीकॉप्टर खड़े करने के लिए पार्किग-बे हैं. इसके अलावा चार हैंगर भी बनाए गए हैं. 25 एकड़ के दायरे में बने इस हेलीपोर्ट में एक साथ 10 हेलीकॉप्टरों के आवाजाही की सुविधा होगी. कुछ ही दिनों में आईजीआई एयरपोर्ट से उड़ने वाले हेलीकॉप्टर भी रोहिणी हेलीपोर्ट से उड़ान भरना शुरू करेंगे. फिलहाल दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर कंपनी पवनहंस के पास 50 हेलीकॉप्टर की फ्लीट है. इससे दिल्ली दर्शन के अलावा दिल्ली से बाकी शहरों की उड़ानों के लिए जल्दी ही सेवाएं शुरू की जाएंगी.