Advertisement

रेल यात्रियों के लिए टि्वटर बना वरदान, शुगर फ्री चाय से लेकर दवा तक

ताजा मामला जयपुर और झांसी से सामना आया हैं. जिनमें यात्रियों ने उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को ट्वीट कर दवा और शुगर फ्री चाय उपलब्ध कराने की डिमांड की और अधिकारियों ने उनकी मदद भी की.

रेल मंत्री सुरेश प्रभु रेल मंत्री सुरेश प्रभु
अकरम शकील
  • इलाहाबाद,
  • 03 जनवरी 2016,
  • अपडेटेड 11:42 PM IST

रेल मंत्री सुरेश प्रभु के कुछ यात्रियों के टि्वटर मैसेज को ध्यान में लेते हुए उनकी मदद करने के बाद अब यात्री टि्वटर पर ही मदद मांग रहे हैं. ताजा मामला जयपुर और झांसी से सामना आया हैं. जिनमें यात्रियों ने उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को ट्वीट कर दवा और शुगर फ्री चाय उपलब्ध कराने की डिमांड की और अधिकारियों ने उनकी मदद भी की.

Advertisement

शुगर फ्री चाय के लिए ट्वीट
दूसरी घटना झांसी डिविजन की है। ट्रेन संख्या 18507 के बी1 कोच में सफर कर रहे बीएम मित्तल ने जीएम एनसीआर को ट्वीट कर बताया कि, वे डायबीटिक हैं और स्टाफ उन्हें शुगर फ्री चाय नहीं दे रहा है. इस ट्वीट के बाद जीएम ने कामर्शियल कंट्रोल को सूचना दी. डिप्टी सीसीएम ने सूचना के बाद झांसी डीविजन के अधिकारियों से संपर्क किया और ग्वालियर में यात्री को शुगर फ्री चाय उपलब्ध करा दी गयी.

ट्रेन में हुआ बीमार बच्ची का इलाज
गुड़गांव के रहने वाली रचना निबोरिया अपनी बेटी के साथ ट्रेन संख्या 12985 में यात्रा कर रही थीं. अचानक बेटी की तबियत खराब होने पर उन्होंने पति को इसकी सूचना दी. उनके पति ने अपने टि्वटर अकाउंट से उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अरूण सक्सेना को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. जानकारी के बाद जीएम ने कमर्शियल विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी. रचना का मोबाइल नंबर अधिकारियों को दिया गया. एनसीआर के कमर्शियल अधिकारियों ने सीनियर डीसीएम जयपुर को इसकी सूचना दी और ट्रेन में बीमार बच्ची का इलाज कराया गया.

Advertisement

ट्वीट से ही 18 महीने के बच्‍चे को मिला था दूध
इससे पहले हाल ही में 18 महीने के बच्‍चे को ट्रेन में दूध का इंतजाम कराने के बाद एक बार फिर रेल मंत्रालय ट्वीट से 15 महीने के बच्‍चे की मदद करने को लेकर हरकत में आया था. मरुधर एक्सप्रेस के B-1 कोच में बच्चे की तबीयत खराब होने पर 15 महीने के बच्‍चे के पिता ने रेलमंत्री को ट्वीट करके मदद मांगी थी. इसके बाद इटावा स्टेशन पर रेलमंत्री ने डॉक्टर भेजकर बच्चे का इलाज कराया गया था.

दरअसल, वाराणसी-जोधपुर, मरुधर एक्सप्रेस के B-1 कोच में ज्ञानेश्वर कुमार अपने परिवार के साथ वाराणसी से गोटन जा रहे थे. इस दौरान उनके 15 महीने के बच्चे को तेज बुखार होने लगा. इस पर उन्होंने रेलमंत्री को ट्वीट कर मदद मांगी. इसके बाद रेलमंत्री ने इटावा स्टेशन पर ट्रेन में डॉक्टर भेजकर उनके बच्चे का इलाज  कराया. 15 महीने के बच्चे की मां सत्या मिश्रा ने रेल मंत्रालय की सुविधा मुहैया कराने से काफी संतुष्‍ट थी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement