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गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने कहा है कि नाइजीरियाई लोगों के रहन-सहन और व्यवहार से गोवा में रहने वाले लोग नाराज हैं. पारसेकर ने कहा कि स्थानीय लोगों ने नाइजीरियाई लोगों के बारे में कई बार शिकायत की है.
पारसेकर ने कहा, 'आम तौर पर गोवा में रहने वाले इन विदेशियों की शिकायत कर रहे हैं. हम अन्य सभी देशों के लोगों को देख रहे हैं, लेकिन नाइजीरियाई लोगों के व्यवहार से गोवा के लोग बेहद नाराज हैं.'
'सभी को एक जैसा नहीं समझते लेकिन...'
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस ने सोमवार को पणजी से 20 किलोमीटर दूर अस्सागाव गांव में कथित रूप से एक 31 वर्षीय महिला के रेप के आरोप में एक नाइजीरियाई नागरिक को गिरफ्तार किया. उन्होंने कहा कहा, 'मैं सभी को एक जैसा नहीं समझ सकता हूं, लेकिन इन लोगों से गोवा के लोग खुश नहीं हैं.'
पर्यटन मंत्री ने भी थी मांग
इसके पहले गोवा के पर्यटन मंत्री दिलीप पारुलेकर ने नए कानून की मांग की थी, ताकि नाइजीरियाई लोगों को जल्द वापस भेजना आसान हो. उन्होंने दावा किया कि ये लोग भारत में अपना प्रवास बढ़ाने के लिए अपराधों को अंजाम देते हैं.
पारुलेकर ने कहा था, 'नाइजीरियाई लोग न केवल गोवा, बल्कि पूरे देश में समस्या खड़ी करते हैं. नाइजीरियाई स्टूडेंट गोवा और भारत में पढ़ने के लिए आते हैं और अपराधों को अंजाम देते हैं, इसे न्यायिक मामला बनाते हैं, फिर वे गोवा या देश के अन्य हिस्सों में रहने की कोशिश करते हैं. वे ड्रग और अन्य गलत चीजों में संलिप्त हो जाते हैं.'
2013 में हुई थी बड़ी घटना
स्थानीय ड्रग माफिया के एक नाइजीरियाई नागरिक की हत्या करने पर पुलिस की नाकामी के खिलाफ करीब 50 की संख्या में नाइजीरियाई नागरिकों ने अक्टूबर, 2013 में गोवा में राष्ट्रीय राज मार्ग 17 को जाम कर दिया था. जाम के दौरान नाइजीरियाई प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और स्थानीय लोगों की पिटाई भी की थी. इसके बाद जवाबी कार्रवाई के तहत स्थानीय लोगों ने भी विदेशियों की पिटाई की थी.