
मानव जीवन का सृजन करने के लिए ईश्वर ने नारी का निर्माण किया. जब नारी अपनी शक्ति का प्रयोग करके जीवन का सृजन करती है तो उसे मां कहा जाता है. इस सृष्टि में सबसे ज्यादा पवित्र और करुणामयी मां ही है. इसीलिए भक्त भी ईश्वर को मां के रूप में पुकारते हैं. ऐसा करने से उन्हें ईश्वर की निकटता का जल्द अनुभव होता है और मां रूपी ईश्वर का लगातार दुलार मिलता रहता है. लेकिन कई कलयुगी पुत्र अपनी मां का सम्मान नहीं करते और अपना ही नुकसान करा बैठते हैं.
मां के साथ संबंध ठीक न रखने के क्या परिणाम होते हैं?
- व्यक्ति को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है
- किसी न किसी कारण से जीवन में उलझन बनी रहती है
- व्यक्ति को मानसिक रोग या अवसाद होने की संभावना रहती है
- यात्राओं में व्यक्ति को समस्या होती है
- व्यक्ति को जीवन में कभी भी स्थिरता नहीं मिलती
मां का सम्मान करने से क्या क्या लाभ होते हैं?
- चन्द्रमा सरलता से मजबूत हो जाता है
- व्यक्ति की बीमारियों में शीघ्र लाभ होता है
- व्यक्ति का मन प्रसन्न रहता है
- जीवन सामान्यतः आराम से कट जाता है
- संतान पक्ष की हर समस्या का हल निकल जाता है
अगर चन्द्रमा के खराब होने की वजह से मां को कष्ट हो रहा हो तो क्या उपाय करें?
- सोमवार के दिन सफ़ेद वस्त्रों में शिव जी की पूजा करें
- जहाँ तक हो सके इस दिन अधिक से अधिक "नमः शिवाय"का जप करें
आपकी कुंडली के ये ग्रह शांत होंगे तभी बनेंगे विवाह के योग
- सोमवार को ही निर्धनों में सफ़ेद मिठाई या खीर बाँटें
- मोती सोच समझकर ही पहनें
ज्योतिष में मां का सम्बन्ध किन ग्रहों और राशियों से होता है?
- ज्योतिष में चन्द्रमा को माँ का कारक मानते हैं
- कुछ अंशों में शुक्र का सम्बन्ध भी वात्सल्य से होता है
- कर्क राशि और चतुर्थ भाव का सम्बन्ध भी माँ से होता है
अगर आपकी कोई प्रॉपर्टी नहीं बिक रही है तो करें ये उपाय
- चतुर्थ भाव के स्वामी ग्रह और चन्द्रमा को मिलाकर माँ की स्थिति देख सकते हैं
- वैसे चन्द्रमा से काफी हद तक माँ की स्थिति जान सकते हैं