
केजरीवाल ने शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को तोहफा दिया है. दिल्ली सरकार ने प्रदेश की सड़कों पर करीब 100 नई लो फ्लोर बसों को उतारा है. इन बसों की विशेषता ये है कि ये खास तौर से दिव्यांगों के लिए बनाई गई हैं. इन बसों में लगे हाइड्रोलिक पैनल शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए वरदान साबित होंगे. व्हील चेयर पर बैठा हुआ शख्स भी लो फ्लोर डीटीसी बसों के जरिए आसानी से यात्रा कर सकता है.
केजरीवाल का ऐलान
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'प्रदेश के लोग जानते हैं की दिल्ली सरकार उनके लिए क्या काम कर रही है. इसी कड़ी में इन बसों के सड़कों पर आने की वजह से दिल्ली की जनता को सहूलियत मिलेगी. साथ ही 29 नवंबर से भैया दूज के दिन महिलाओं को डीटीसी बसों में मुफ्त सफर का तोहफा भी मिलने जा रहा है.'
साथ ही परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि आने वाले दिनों में कुछ और डीटीसी बसों को सड़कों पर उतारा जाएगा. वहीं इनकी खासियत बताते हुए परिवहन मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि ये बसें इमरजेंसी पैनिक बटन और शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए वरदान साबित होंगी.
वहीं नई डीटीसी बस के ड्राइवर ने बताया कि दरवाजे अगर खुले रहेंगे तो यह बस ऑटोमेटिक आगे नहीं बढ़ पाएगी, ऐसे में सुचारू रूप से चलाने के लिए हर बार इनके दरवाजों को बंद रखना जरूरी है.
डीटीसी बस हादसा में मौत का आंकड़ा बढ़ा
दिल्ली पुलिस का आंकड़ा साफ तौर पर यह बताता है इस साल डीटीसी और क्लस्टर बसों ने दिल्ली की सड़कों पर कई जानें ली है. आंकड़ों का कहना है क्लस्टर बसों की वजह से इस साल मई तक 18 लोगों की जान गई जबकि 2018 में यह आंकड़ा मई के महीने तक केवल 10 था.
डीटीसी बसों के जरिए 9 जान गई जबकि 2018 में ये आंकड़ा सिर्फ पांच था. प्राइवेट कारों की वजह से 97 मौतें हुई और ट्रक जैसे भारी वाहनों से करीब 71 मौतें राजधानी में हुईं.