Advertisement

योगी-मौर्या की सीट पर LS उपचुनाव का ऐलान, अररिया में भी 11 मार्च को वोटिंग

उत्तर प्रदेश की फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीट और बिहार की अरारिया लोकसभा सीट पर उपचुनाव की अधिसूचना जारी हो गई है. चुनाव अयोग ने इन तीन लोकसभा और बिहार की दो विधानसभा सीट पर उपचुनाव का ऐलान किया है.

योगी आदित्यनाथ और केशव मौर्य की प्रतिष्ठा दांव पर योगी आदित्यनाथ और केशव मौर्य की प्रतिष्ठा दांव पर
आशुतोष मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 09 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 1:30 PM IST

उत्तर प्रदेश की फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीट और बिहार की अररिया लोकसभा सीट पर उपचुनाव की अधिसूचना जारी हो गई है. चुनाव अायोग ने इन तीन लोकसभा और बिहार की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का ऐलान किया है. इसके अलावा बिहार की जहानाबाद और भभुआ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे. इस सभी सीटों पर 11 मार्च को मतदान और 14 मार्च को नतीजे आएंगे.

Advertisement

चुनाव अायोग के मुताबिक उपचुनाव के नामांकन की प्रक्रिया 13 फरवरी से शुरु होगी और 20 फरवरी को नामांकन का आखिरी दिन होगा. 23 फरवरी को नामांकन वापस लेने की तारीख होगी. सभी सीटों पर 11 मार्च को मतदान होंगे और 14 मार्च को मतगणना होगी.

बता दें कि यूपी के केशव मौर्य के डिप्टी सीएम बनने के बाद फुलपूर लोकसभा सीट खाली हुई और गोरखपुर सीट से सांसद रहे योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद खाली हुई है. वहीं अररिया लोकसभा सीट आरजेडी से सांसद रहे तस्लीमुद्दीन के निधन हो जाने के चलते खाली हुई है.

बिहार की जहानाबाद विधानसभा से आरजेडी के विधायक रहे मुंद्रिका यादव और भभुआ से बीजेपी के विधायक रहे आनंद भूषण पांडेय के निधन के चलते खाली हई है.

बीजेपी के दुर्ग कहे जाने वाले गोरखपुर और डिप्टी CM केशव मौर्य के क्षेत्र फूलपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव योगी की पहली अग्निपरिक्षा है. बीजेपी के लिए इन दोनों सीटों को अपने पास रखने की चुनौती है, जबकि विपक्ष ने उन्हें घेराबंदी करने की पूरी तैयारी कर रखी है. ऐसे में अब देखना होगा कि योगी और केशव किस तरह से विपक्ष की रणनीति को भेदकर अपने-अपने गढ़ को बरकरार रखते हैं?

Advertisement

दरअसल गोरखपुर और फूलपुर के गणित को अगर देखा-परखा जाए तो दोनों संसदीय क्षेत्रों में बड़ी दिलचस्प लड़ाई रही है. 2014 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी को इन सीटों पर सभी विपक्षी दलों को मिले कुल वोटों से भी ज्यादा वोट मिले थे. यही वजह है कि बीजेपी को दोनों सीटों पर अपना वर्चस्व कायम रखना एक बड़ी चुनौती है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement