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संता-बंता के जोक्स कर रहे हैं भावनाएं आहत, सुप्रीम कोर्ट में डाली गई याचिका

अपनी मूर्खतापूर्ण हरकतों के लिए मशहूर कॉमेडी किरदार संता-बंता पर बनने वाले चुटकुलों पर बैन लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका डाली गई है. याचिका में कहा गया है कि संता-बंता पर बनने वाले चुटकलों से सिख समुदाय की भावनाएं आहत होती हैं. याचिका में मांग की गई है कि संता-बंता के चुटकुलों को पब्लिश करने वाले वेबसाइट को बैन किया जाना चाहिए.

सुप्रीम कोर्ट (फाइल फोटो) सुप्रीम कोर्ट (फाइल फोटो)
संदीप कुमार सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 30 अक्टूबर 2015,
  • अपडेटेड 7:55 PM IST

अपनी मूर्खतापूर्ण हरकतों के लिए मशहूर कॉमेडी किरदार संता-बंता पर बनने वाले चुटकुलों पर बैन लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका डाली गई है. याचिका में कहा गया है कि संता-बंता पर बनने वाले चुटकलों से सिख समुदाय की भावनाएं आहत होती हैं. याचिका में मांग की गई है कि संता-बंता के चुटकुलों को पब्लिश करने वाले वेबसाइट को बैन किया जाना चाहिए.

हरविंदर चौधरी द्वारा डाली गई याचिका पर कोर्ट गुरुवार को सुनवाई करेगा. याचिका में कहा गया है कि इस तरह के चुटकुलें प्रकाशित करने वाली करीब 5 हजार वेबासाइट्स हैं जिनपर तुरंत बैन किया जाना चाहिए.

सिख समुदाय के लिए नहीं उठती आवाज

याचिकाकर्ता का कहना है कि जब देश में दूसरे समुदायों को निशाना बनाया जाता है तो उनके लिए सभी जगहों से आवाजें उठती हैं लेकिन, सिख समुदाय के लिए एक आवाज भी सुनने को नहीं मिलती.
 
मार्च 2007 में हुई थी कार्रवाई
ऐसी ही एक शिकायत साल 2007 के मार्च महीने में की गई थी जब मोहिंदर नाम के बिजनेसमैन की शिकायत पर मुंबई के पब्लिशर रंजीत गिरफ्तार किए गए थे. रंजीत पर आरोप था कि संता-बंता पर एक पूरी किताब लिखने से सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है.

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