
आर्थिक अपराध के मामले में भगोड़ा आरोपी विजय माल्या के भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात संबंधी को लेकर सियासी भूचाल आ गया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कांग्रेस झूठ फैला रही है और झूठ गढ़ रही है. पूर्ववर्ती मनमोहन सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए उन्होंने पूछा है कि किसके इशारे पर किंगफिशर एयरलाइंस को बेल आउट करना चाह रहे थे?
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की प्रेसवार्ता से पूर्व एक वीडियो जारी किया गया जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री व्यालार रवि का बयान चलाया गया जिसमें दोनों किंगफिशर एयरलाइंस को आर्थिक संकट से उबारने की बात कर रहे हैं.
वीडियो के बाद पीयूष गोयल ने आरोप लगाया कि 2010 में कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार के कहने पर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बताया कि वो निजी एयरलाइंस को बेल आउट करना चाह रहे थे, स्वयं वायलार रवि बता रहे हैं कि उन्हें बेल आउट करना है. उन्होंने आरोप लगाया कि सभी कायदे कानून तोड़ कर किंगफिशर एयरलाइंस के कर्ज को रिस्ट्रकचर किया गया.
गोयल ने रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का नाम न लेते हुए कहा कि संसद की समिति के सामने बड़े अधिकारी आकर बयान दे रहे हैं, जिससे यूपीए सरकार के पाप आज सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस परिवार और पार्टी ने देश का पैसा लुटाया जब उनका खुलासा हुआ तो वे झूठ बोलकर अपना पाप छिपा रहे हैं. गोयल ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और विजय माल्या झूठ फैलाने की जुगलबंदी कर रहे हैं. लिहाजा राहुल स्पष्ट करें कि उनके परिवार और सरकार का माल्या से क्या रिश्ता है? और उन्हें क्यों बार-बार लोन दिया गया?
माल्या की गिरफ्तारी संबंधी सर्कुलर बदलने के सवाल पर पीयूष गोयल ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि हम किसी जांच एजेंसी के काम में हस्तक्षेप नहीं करते. हमारी सरकार जांच एजेंसी को पूरी स्वायत्तता देती है.
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मसले पर स्वतंत्र जांच कराने की मांग की. साथ ही यह भी कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक के लिए वित्त मंत्री जेटली को अपना पद छोड़ देना चाहिए.