
अरुणाचल प्रदेश में चीन सीमा से 12 किमी दूर तकनीकी खराबी के चलते भारतीय वायुसेना का विमान MI17 V5 क्रैश हो गया. इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई है जबकि एक व्यक्ति के घायल होने की खबर है. यह हादसा अरुणाचल प्रदेश के तवांग के पास खिरमू क्षेत्र में हुआ है. हेलिकॉप्टर आर्मी के लिए एयर मेंटेनेंस का सामान ले जा रहा था.
दुर्घटनाग्रस्त विमान MI17 V5 भारतीय वायुसेना का काफी ताकतवर हेलिकॉप्टर है. हेलिकॉप्टर MI17 V5 आधुनिक तकनीकों से लैस होता है. यह हेलिकॉप्टर वायु सेना के कई महत्वपूर्ण अभियानों का हिस्सा भी रहा है.
भारतीय वायु सेना का हेलिकॉप्टर Mi-17V-5 एक मिलिट्री ट्रांसपोर्ट है. इन विमानों का निर्माण रूस करता है. ये हेलिकॉप्टर्स के Mi-8/17 परिवार का हिस्सा हैं.
यह विमान विश्व के सबसे आधुनिक हेलिकॉप्टरों में से एक है. इसकी तैनाती सेना और आर्म्स ट्रासपोर्ट में भी की जा सकती है. सर्च ऑपरेशनों, पट्रोलिंग, राहत एवं बचाव अभियानों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है.
ये है खासियत
इस हेलिकॉप्टर की अधिकतम रफ्तार 250 किमी/घंटा है. यह 6000 मीटर की अधिकतम ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है. एक बार ईंधन भरने के बाद यह 580 किमी. की दूरी तय करता है. हालांकि दो सहायक ईंधन टैंक भरने के बाद यह 1065 किमी की दूरी तय कर सकता है.
हेलिकॉप्टर अधिकतम 13,000 किलो के वजन के साथ उड़ान भर सकता है. इससे करीब 36 आर्म्ड जवानों को ले जाया जा सकता है.
घातक हथियारों से भी है लैस
हेलिकॉप्टर कई तरह के हथियारों से भी लैस है. शतर्म-5 मिसाइल्स, S-8 रॉकेट, एक 23 मिमी मशीन गन, पीकेटी मशीन गन्स के साथ-साथ इसमें 8 फायरिंग पोस्ट्स भी हैं. इन पोस्ट्स से हथियारों को लक्ष्य तक भेदने में इस्तेमाल किया जाता है.
ये हेलिकॉप्टर्स ऐसी तकनीक से लैस है जिससे रात में भी आसानी से कार्रवाई की जा सकती है. भारतीय वायु सेना के कई बचाव एवं राहत कार्य में भी इस विमान की काफी अहम भूमिका होती है.
26/11 के कमांडो ऑपरेशन में भी हुआ था इस्तेमाल
2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले के दौरान एनएसजी कमांडो इसी हेलिकॉप्टर्स से कोलाबा में आतंकियों से मुकाबला करने उतरे थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सितंबर 2016 में जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी लॉन्च पैड को तबाह करने के लिए की गई सर्जिकल स्ट्राइक में भी इनका इस्तेमाल किया गया था.
भारत के पास वर्तमान में 150 से ज्यादा Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर्स हैं. इनमें से सबसे आखिरी विमान जनवरी 2016 में रूस ने भारत को सौंपा था.