
नेपाल और बिहार में शनिवार को आए भूकंप का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा. भारत सरकार भूकंप से तबाह हो चुके नेपाल में मैराथन राहत अभियान चला रही है. प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की ओर से रविवार को अपने आवास पर राहत कार्यों की समीक्षा के लिए बुलाई गई समीक्षा बैठक पूरी हो गई है. इस बैठक में गृहमंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर भी मौजूद थे.
गौरतलब है कि शनिवार को भूकंप आने के कुछ ही घंटों के अंदर भारत ने नेपाल में राहत टीमें भेजीं. NDRF की 10 टीमों को नेपाल रवाना कर दिया गया था. नेपाल में फंसे भारतीयों को बचाने और वापस भारत लाने के प्रयास में सरकार जुटी हुई है. इसके साथ ही नेपाली जनता की हरसंभव मदद भारत द्वारा की जा रही है. जिसकी तारीफ नेपाल के राजदूत शनिवार को ही कर चुके हैं. भूकंप के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से फोन पर बात कर अपनी संवेदना जताई थी.
भारत सरकार ने राहत अभियान के लिए खास रणनीति बनाई है. सरकार की प्राथमिकता यह है कि नेपाल में फंसे सभी भारतीयों को निकाला जाए, सरकार यमन की तर्ज पर फंसे हुए सभी लोगों को निकालने में जुटी हुई है. इसी की रणनीति बनाई गई है. रक्षा मंत्री ने कहा था कि नेपाल से हमारे मैत्री संबंध है. भारत वहां जितना संभव है मदद करने को तैयार है.