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मिशन ओडिशा में जुटी BJP, भुवनेश्वर की कार्यकारिणी बैठक में मोदी का भव्य स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा के भुवनेश्वर पहुंच गए हैं. यहां वो बीजेपी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे हैं. पीएम मोदी एयरपोर्ट से सीधे राजभवन पहुंचे. इस दौरान पीएम मोदी के स्वागत के लिए सड़क पर भारी भीड़ जमा थी.

पीएम मोदी पीएम मोदी
लव रघुवंशी/हिमांशु मिश्रा/राम कृष्ण
  • भुवनेश्वर,
  • 15 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 12:59 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा के भुवनेश्वर पहुंच गए हैं. यहां वह बीजेपी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे हैं. पीएम मोदी एयरपोर्ट से सीधे राजभवन पहुंचे. इस दौरान पीएम मोदी के स्वागत के लिए सड़क पर भारी भीड़ जमा थी.

इसके बाद पीएम मोदी ने भुवनेश्वर में रोड शो भी किया. इस रोड शो में भारी संख्या में लोग सड़कों पर उमड़े. पीएम मोदी ने भी गाड़ी से बाहर निकलकर लोगों का अभिनंदन किया. यहां से पीएम मोदी का काफिला पहले राजभवन और फिर जनता मैदान पहुंचा, जहां बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक चल रही है.

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मोदी सरकार में उड़ीसा का चेहरा केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान हैं. प्रधान ने कहा कि उनको जितनी उम्मीद थी, उससे ज़्यादा उड़ीसा की जनता ने इस रोड शो में पीएम मोदी और बीजेपी पर भरोसा जताया है. रोड शो के दरम्यान एक ऐसा भी मौका आया, जब पीएम मोदी अपनी कार से उतरकर जनता के बीच पहुंच गए. मोदी रोड शो में क़रीब सौ मीटर तक पैदल चलकर भी जनता से रूबरू हुए.

पीएम मोदी का जगह-जगह उड़ीसा के लोकनृत्य और सांस्कृतिक एवं पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया. मोदी के रोड शो में उमड़े जनसमूह को देखकर उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के दिल की धड़कन ज़रूर बढ़ गई है. इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद से नरेंद्र मोदी सबसे ज़्यादा लोकप्रिय प्रधानमंत्री है.

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मालूम हो कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार से भुवनेश्वर में शुरू हो गई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ओडिशा समेत कोरोमंडल क्षेत्र में पार्टी के प्रभाव बढ़ाने की रूपरेखा पेश कर सकते हैं. यहां पार्टी पारंपरिक तौर पर कमजोर मानी जाती है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अमित शाह ने कहा कि लोग कहते हैं कि यह भाजपा का स्वर्णिम समय है पर मैं कहता हूं कि स्वर्णिम समय तब आएगा जब केरल, बंगाल, ओडिशा आदि राज्यों में भाजपा की सरकार होगी. अब जब हमें लगातार विजय मिल रही है तब हमारे अंदर आलस्य का निर्माण न होने पाए, बल्कि विस्तार की प्यास हमें परिश्रम की पराकाष्ठा की प्रेरणा दे.

1997 में हुई थी भुवनेश्वर बैठक
इससे पहले बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 19 दिसंबर से 21 दिसंबर तक 1997 में भुवनेश्वर में ही हुई थी. बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद 26 दिसंबर को बीजू पटनायक ने जनता दल से अलग बीजेडी का गठन किया था और 1998 के लोकसभा चुनाव में बीजेडी ने बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए साथ मिलकर चुनाव लड़ा था.

नवीन पटनायक नेतृत्व में 2000 में एनडीए की सरकार ओडिशा में बनी थी. 2009 के लोक सभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर गठबंधन टूट गया था. लेकिन दो महीने पहले उड़ीसा नगरपालिका और निकाय के चुनाव में जनता का समर्थन मिला. 2012 के नगर पालिका और निकाय के चुनाव में बीजेपी को 36 सीटें ही मिली थीं. इस साल सम्पन्न हुए चुनाव में भाजपा को 850 सीट में से 306 सीटें मिलीं. इस चुनाव में बीजेडी को भी 191 सीटों का और कांग्रेस को 60 सीटों का नुकसान हुआ.

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