
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के स्थानीय नेताओं की गुजारिश पर राज्य में रैलियों की संख्या बढ़ा दी है. अब प्रधानमंत्री कर्नाटक चुनाव प्रचार में कुल 21 रैलियां करेंगे. पुराने कार्यक्रम के हिसाब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहले 15 रैलियां ही करनी थीं.
बता दें कि प्रधानमंत्री कर्नाटक में गुरुवार से अपने तीसरे चरण का चुनाव प्रचार अभियान शुरू करेंगे. कर्नाटक में 12 मई को विधानसभा चुनाव आयोजित होने जा रहा है.
बीजेपी के सूत्रों ने बताया कि अगले कुछ दिनों में यहां सार्वजनिक सभाओं को संबोधित करने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह सहित कई भाजपा नेता आएंगे.
मोदी ने मंगलवार को राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर करारा हमला करते हुए चुनाव प्रचार अभियान शुरू किया था. प्रधानमंत्री का अगला चुनाव प्रचार अभियान तमाकुरा में पांच मई को होगा.
राहुल की ‘15 मिनट की चुनौती’ से बीजेपी-कांग्रेस में घमासान
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘15 मिनट की चुनौती’ की टिप्पणी के बाद कर्नाटक में भाजपा और कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है.
मोदी ने मंगलवार को एक चुनावी रैली में राहुल पर कटाक्ष करते हुए उन्हें सिद्धारमैया सरकार की उपलब्धियों के बारे में कागज से पढ़े बिना 15 मिनट के लिए ‘‘किसी भी भाषा में बोलने’’ की चुनौती दी थी. मोदी की इस चुनौती पर मुख्यमंत्री ने पलटवार किया.
सिद्धारमैया ने दी मोदी को चुनौती
सिद्धारमैया ने ट्विटर पर कहा, ‘‘मैं आपको (मोदी) कर्नाटक की पूर्व बीएस येदियुरप्पा सरकार की उपलब्धियों के बारे में कागज से पढ़कर 15 मिनट तक बोलने की चुनौती देता हूं.’’
राहुल ने हाल में कहा था कि यदि उन्हें भ्रष्टाचार समेत विभिन्न मुद्दों पर 15 मिनट के लिए संसद में बोलने दिया जाता है तो प्रधानमंत्री 15 मिनट के लिए बैठ नहीं पायेंगे. राहुल के इस बयान पर मोदी ने यह प्रतिक्रिया दी थी.
मोदी के दावे का सिद्धारमैया ने किया खंडन
सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री के उस दावे का भी खंडन किया कि कर्नाटक सरकार कृषि संकट के लिए "उदासीन" थी और फसल बीमा योजना को प्रभावी ढंग से लागू नहीं कर रही थी.
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘सर कर्नाटक सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत लागत का 50 प्रतिशत भुगतान किया. देश में केवल हमारी ही सरकार है, जिसने किसानों के खाते में बीमा राशि का सीधे भुगतान करने के लिए आईटी को तैनात किया है. फसल बीमा भी पुरानी संप्रग योजना है.’’
नमो ऐप के जरिए किसानों से मोदी का संवाद
भारतीय जनता पार्टी की कर्नाटक किसान इकाई के कार्यकर्ताओं से ‘नरेन्द्र मोदी एप’ के जरिये संवाद करते हुए मोदी ने बुधवार को कहा, ‘‘कर्नाटक से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से संबंधित शिकायतें मिल रही है. कर्नाटक सरकार उदासीन है. वह प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से एक किसान को मिलने वाले फायदे के बारे में परवाह नहीं करती है.’’