
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘नमामि गंगे’ प्रोजेक्ट की समीक्षा के लिए शनिवार को कानपुर पहुंच रहे हैं. वे गंगा पर राष्ट्रीय परिषद (NCG) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे. बीते कुछ वर्षों में गंगा नदी में क्या बदलाव हुए, ये देखने के लिए प्रधानमंत्री नौका भ्रमण करेंगे.
गंगा नदी को लेकर होने वाली बैठक में उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे. बैठक में पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर समेत कई केंद्रीय मंत्रियों के अलावा केंद्र और राज्य के वरिष्ठ अधिकारी भी हिस्सा लेंगे. बैठक शनिवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में सुबह 10 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक चल सकती है.
शनिवार को नमामि गंगे प्रोजेक्ट की प्रगति देखने के लिए गंगा नदी पर नौका भ्रमण के दौरान पीएम मोदी के साथ कई केंद्रीय मंत्री और तीन राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे.
सीएम योगी ने भी किया दौरा
प्रधानमंत्री के दौरे से पहले तैयारियों का जायजा लेने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कानपुर का दौरा किया. मुख्यमंत्री ने सिसामउ नाले का बहाव गंगा में मिलने से पूरी तरह रुक जाने पर संतोष जताया. ये गंगा नदी में मिलने वाला सबसे बड़ा नाला था. 128 साल पुराने इस नाले से हर दिन 140 MLD सीवेज पानी गंगा में जाता था. ये गंगा के प्रदूषण की बड़ी वजह था.
जिला प्रशासन ने सिसामऊ नाले का पूरी तरह से कायाकल्प कर दिया है. अब ये सेल्फी पाइंट में बदल गया है. योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को खुद भी यहां सेल्फी खींची.
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा, ‘नमामि गंगे प्रोजेक्ट की वजह से गंगा नदी अब पहले की तुलना में कहीं साफ़ है. सिसामऊ नाला जो सबसे बड़ा नाला था, उसे गंगा में मिलने से पूरी तरह रोक दिया गया है. मैं स्वच्छ गंगा की पहल के लिए पीएम मोदी का आभार व्यक्त करता हूं.’
सिसामऊ नाले के सीवेज को अब कानपुर के भैरो घाट में जाजमऊ में स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की ओर मोड़ दिया गया है. कुछ और नालों को भी या तो पूरी तरह से या आंशिक तौर पर गंगा में मिलने से रोक दिया गया है. जल निगम पिछले कुछ महीनों में कई चमड़ा फैक्ट्रियों के खिलाफ कचरा नदी में डालने के खिलाफ कार्रवाई कर चुका है.
कुंभ मेले से पहले योगी आदित्यनाथ सरकार ने सभी अहम चमड़ा फैक्ट्रियों को आंशिक तौर पर उत्पादन बंद करने के लिए कहा था जिससे गंगा को साफ रखा जा सके.