प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नई दिल्ली में 'मुद्रा बैंक' योजना का उद्घाटन किया. इसके तहत छोटे उद्यमियों को कम ब्याज दरों पर 50 हजार से 10 लाख रुपये तक का कर्ज दिया जाएगा. इस योजना के लिए केंद्र सरकार 20 हजार करोड़ रुपये का फंड देगी.
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मुद्रा बैंक का मकसद जिनके पास फंड नहीं है, उन्हें फंड मुहैया कराना है. विज्ञान भवन में हुए इस उद्घाटन समारोह में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली भी मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि मुद्रा बैंक को स्वतंत्र 'नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी' में तब्दील किया जाएगा और यह माइक्रो फाइनेंस संस्थानों के लिए नियामक का काम भी करेगा. मुद्रा बैंक में 'MUDRA' का पूरा मतलब 'माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट्स एंड रिफाइनेंस एजेंसी लिमिटेड' है. PM नरेंद्र मोदी ने किसानों का मुआवजा डेढ़ गुना बढ़ाने का ऐलान किया. साथ ही उन्होंने कहा कि अब फसल के 33 फीसदी नुकसान पर भी मुआवजा दिया जाएगा. पहले 50 फीसदी नुकसान पर मुआवजा दिया जाता था.
देश में लगभग 5.77 करोड़ लघु उद्यम इकाइयां हैं. प्रस्तावित संस्थान लघु उद्यम वित्त कारोबार व एमएफ इकाइयों के लिए नीतिगत दिशा निर्देश तय करेगा. गौरतलब है कि वित्तमंत्री अरूण जेटली ने 20000 करोड़ रुपये के शुरआती कोष के साथ लघु इकाई विकास पुनर्वित एजेंसी (मुद्रा) की स्थापना की घोषणा की थी.