प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन पहुंचने के बाद सबसे पहले लंदन के जेम्स कोर्ट में लोगों से होटल के बाहर मुलाकात की. यहां मोदी-मोदी के जमकर नारे लगे. प्रधानमंत्री लोगों से मुलाकात करने के लिए यहां पैदल ही आ पहुंचे. मोदी गुरुवार सुबह नई दिल्ली से एयर इंडिया के विमान से लंदन के लिए रवाना हुए थे. 14 नवंबर को प्रधानमंत्री लंदन से तुर्की के लिए रवाना होंगे.
इंग्लैंड की तीन दिवसीय यात्रा में प्रधानमंत्री का काफी व्यस्त कार्यक्रम रहने वाला है. जिसकी शुरुआत वह अपने ब्रिटिश समकक्ष डेविड कैमरन के साथ वार्ता से करेंगे. रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि उनकी इस यात्रा से आर्थिक संबंध मजबूत होंगे और निवेश बढ़ाने में मदद मिलेगी.
कैमरन ने PM मोदी की इस यात्रा को ‘‘असाधारण’’ बताया है. कैमरन ने कहा, ‘मैं इस दौरे की बाट जोह रहा हूं. प्रधानमंत्री मोदी भारत में जो कर रहे हैं उसे ले कर उत्साहित हूं और मैं उस साझेदारी को लेकर उत्सुक हूं जो हम साथ मिलकर बना सकते हैं.’ कैमरन ने कहा कि भारत के साथ सिर्फ आर्थिक संबंधों का जश्न नहीं मनाना है, बल्कि दोनों महान देशों के बीच गहन आधुनिक साझेदारी का निर्माण करना है.
प्रधानमंत्री मोदी लंदन पहुंचने के बाद 10 डाउनिंग स्ट्रीट में कैमरन के साथ वार्ता करेंगे. उसके बाद विदेश और राष्ट्रमंडल कार्यालय (एफसीओ) में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
हाउसेज ऑफ पार्लियामेंट और लंदन के व्यावसायिक केन्द्र के गिल्डहॉल में आख्यान के बाद पार्लियामेंट स्क्वायर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि देंगे.
मोदी की कैमरन के साथ वार्ता ब्रिटिश प्रधानमंत्री के बकिंघशायर के ग्रामीण आवास ‘चेकर्स’ पर होगी. शुक्रवार को PM मोदी सीईओ के साथ गोल मेज बातचीत के लिए लंदन लौट आएंगे. इस वार्ता में रोल्स रॉयस और वोडाफोन सहित ब्रिटिश की मुख्य कंपनियों के प्रतिनिधियों के शिरकत करने की उम्मीद है.
उनकी यात्रा में रेड एरोज रॉयल एयर फोर्स (आरएएफ) की एयरोबैटिक टीम की ओर से विशेष तिरंगा फ्लाइपास्ट के आयोजन की उम्मीद है जो शुक्रवार को प्रधानमंत्री के महारानी एलीजाबेथ द्वितीय के साथ दोपहर के भोज पर बैठने से पहले होगा. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी उत्तर लंदन के वेम्बले स्टेडियम में प्रवासी भारतीय समुदाय द्वारा किए जाने वाले स्वागत समारोह में जाएंगे और लोगों को संबोधित करेंगे.