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मुंबई हमले में बचे मोशे ने PM मोदी से मुलाकात में कहा, आई लव यू मिस्टर मोदी

मोशे की उम्र उस वक्त महज दो साल की थी, जब 2008 के मुंबई हमले में उसके माता-पिता को खो दिया था. मोशे अब दस साल का हो चुका है और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसे मिलने के लिए बुलाया गया है.

मोशे होल्त्जबर्ग मोशे होल्त्जबर्ग
कौशलेन्द्र बिक्रम सिंह
  • येरुशलम,
  • 05 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 7:55 AM IST

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने येरूशलम में मुंबई हमले में बचे और अब 10 साल के हो चुके मोशे होल्त्जबर्ग से मुलाकात की. इस मुलाकात को लेकर मोशे बेहद रोमांचित दिखा और उसने हिंदी में नमस्ते कहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन किया. इसके साथ ही उसने अपना लिखित संदेश पढ़ा और कहा कि वह भारत के लोगों और नरेंद्र मोदी को प्यार करता है.

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पीएम मोदी से मुलाकात के इस मौके पर मोशे के साथ-साथ उसकी फैमिली भी थी. प्रधानमंत्री मोदी के साथ-साथ इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू भी मौजूद थे. इस मौके पर मोदी की तरफ से मोशे को एक खास गिफ्ट भी दिया गया. मोशे के बाबा ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया और कहा कि जैसा प्यार आपने मोशे के लिए दिखाया, वैसे ही मोशे भी आपको प्यार करता है.

मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने मोशे को भारत आने का न्यौता दिया, जिसके बाद इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि वे मोशे को अपने साथ लेकर भारत आएंगे. मोशे के दादा-दादी ने भी इस दौरान मोदी से मुलाकात की. मोशे की नानी जिन्होंने मोशे को बचाया था, उन्होंने भी मोदी से मुलाकात की.

आपको बता दें कि हमले के वक्त मोशे की नानी उसे गोद में लेकर वहां से भागी थीं, जिस वजह से वह जिंदा बच पाया. मोशे ने मोदी के सामने टूटी-फूटी हिन्दी में गिनती भी सुनाई. मोशे ने इस मौके को यादगार बनाने के लिए पीएम मोदी को गिफ्ट भी दिया.

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इस खास मुलाकात से पहले जब मोशे से पूछा गया तो उसका कहना था कि वह पीएम मोदी को बहुत पसंद करता है. आपको बता दें कि मोशे की उम्र उस वक्त महज दो साल की थी, जब 2008 के मुंबई हमले में उसके माता-पिता को खो दिया था. मोशे अब दस साल का हो चुका है और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसे मिलने के लिए बुलाया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 जुलाई से इजरायल के दौरे पर जा रहे हैं, जहां येरूशलम में मोशे उनसे मिलेगा.

मुंबई में होगा मोशे का बार मित्जाह

मोशे के दादा से जब पूछा गया कि भारतीय प्रधानमंत्री से मिलने पर वे उनसे क्या कहेंगे, तो रोसेनबर्ग ने कहा कि हम अपने पोते का मुंबई में बार मित्जाह करना चाहते हैं और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाना चाहते हैं. बार मित्जाह एक तरीके से उपनयन संस्कार की तरह होता है, जो 13 साल की उम्र में इजरायली बच्चों का होता है.

रोसेनबर्ग ने कहा कि हमें महसूस होता है कि मुंबई में हमारा घर है और वहां परिवार भी है. अगले ढाई सालों में मोशे का बार मित्जाह हम मुंबई में करना चाहते हैं और चाहते हैं कि इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आएं.

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मुंबई हमले में मारे गए थे मोशे के मां-बाप

मोशे की मां रीवका और पिता गेवरियल होल्त्जबर्ग मुंबई के चाबाद हाउस में दूत के रूप में काम करते थे. मुंबई हमले के दौरान नरीमन हाउस में घुसे लश्कर के आतंकियों ने रीवका और गेवरियल सहित 6 लोगों को मार दिया था. 2008 में हुए मुंबई हमले में 166 लोग मारे गए थे. चाबाद हाउस के नाम से मशहूर नरीमन हाउस उन पांच स्थानों में से एक था जहां आतंकियों ने हमला किया था.

 

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