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मोदी का मजाक बनाते-बनाते खुद मजाक बन गए राहुल गांधी!

अमेरिका यात्रा में मोदी ने फेसबुक के प्रमुख मार्क जकरबर्ग को जहां अपनी बांहों में भर लिया था, वहीं न्यूयॉर्क में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ भी ऐसा ही किया. भारत में एक कार्यक्रम के दौरान मोदी जकरबर्ग को सामने से हटाते हुए देखे गए जिसमें ऐसा लग रहा है कि वह कैमरे और अपने बीच किसी को पसंद नहीं करते हैं.

लोकसभा में पीएम मोदी को गले लगाते राहुल गांधी लोकसभा में पीएम मोदी को गले लगाते राहुल गांधी
वरुण शैलेश
  • नई दिल्ली,
  • 20 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 5:25 PM IST

कांग्रेस अभी तक अपनी भाव भंगिमाओं को लेकर अक्सर सुर्ख़ियों में रहने वाले नरेंद्र मोदी पर तंज कसती रही है. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में यह चर्चा आम रही है कि पीएम मोदी विदेशी नेताओं से गले मिलते हैं या उनके गले पड़ते हैं? लेकिन शुक्रवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जिस तरीके से पीएम मोदी को गले लगाया, वह अप्रत्याशित रहा, जिसकी किसकी को उम्मीद नहीं थी, और उनका उपहास भी उड़ाया जाने लगा.

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अमेरिका यात्रा में मोदी ने फेसबुक के प्रमुख मार्क जकरबर्ग को जहां अपनी बांहों में भर लिया था, वहीं न्यूयॉर्क में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ भी ऐसा ही किया. भारत में एक कार्यक्रम के दौरान मोदी जकरबर्ग को सामने से हटाते हुए देखे गए जिसमें ऐसा लग रहा है कि वह कैमरे और अपने बीच किसी को पसंद नहीं करते हैं.

मोदी ने अबू धाबी के युवराज शेख मोहम्मद बिन जायेद अल-नाह्यान को भी गले लगाया था. मोदी ने जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबट को भी गले लगाया था. मगर गले लगाने की सबसे बड़ी घटना जनवरी 2015 में तब घटी जब उन्होंने राष्ट्रपति ओबामा को अपने सीने से लगाया. शायद विदेशी मीडिया को इसकी उम्मीद नहीं थी. इसी तरह मोदी का कई अन्य विदेशी नेताओं को गले लगाना चर्चाओं में रहा.

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मोदी के विदेशी मेहमानों या मेजबानों से गले मिलने के तौर तरीके को लेकर चर्चा इतनी तेज हुई कि कांग्रेस इसे मुद्दे को लेकर मोदी सरकार निशाना बनाने से नहीं चूकी. कांग्रेस ने उस दौरान एक वीडियो भी जारी किए जिसे सोशल मीडिया पर लोगों ने काफी साझा किया.

बहरहाल शुक्रवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी के पीएम को गले लगाने को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं. राहुल के इस अंदाज से सत्ता और विपक्ष के साथ- साथ खुद पीएम मोदी भी हैरान रह गए. हालांकि, बीजेपी का कोई नेता इसे बचपना बता रहा है तो कोई नौटंकी.

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू का कहना है कि यह सब राहुल का नाटक है. इसमें कुछ नहीं था. कोई मतलब नहीं था. उनके भाषण में भी कोई दम नहीं था. उस पर कोई चर्चा करने की बात नहीं है. बेमतलब वह बोले उनके अंदाज में कुछ नहीं था.

राहुल गांधी के अचानक पीएम मोदी से गले मिलने के बाद बीजेपी को कांग्रेस पर पलटवार का मौका मिल गया है. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी नाखुशी जताई. उनके लिए कांग्रेस अध्यक्ष का यह काम हैरान करने वाला था. सवाल है कि राहुल गांधी पीएम से गले मिले या उनके गले पड़े?

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