
साध्वी निरंजन ज्योति के शर्मनाक बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को संसद में चुप्पी तोड़ी. लेकिन राज्यसभा में मोदी ने एक ऐसी बात कही, जिसके कई मतलब निकाले जा रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मंत्री जी (निरंजन ज्योति) नई हैं, सदन में पहली बार आई हैं और उनके बैकग्राउंड से भी हम भली-भांति परिचित हैं.' देखें, क्या बोले मोदी
जानें मोदी के साध्वी बैकग्राउंड के पीछे कहीं ये पांच बातें तो नहीं?
1. उत्तर प्रदेश के हमीरपुर से सांसद साध्वी निरंजन ज्योति निषाद जाति (अति पिछड़े) से आती हैं.
2. साध्वी निरंजन ज्योति गेरुआ वस्त्र धारण करती हैं, प्रवचन भी देती हैं. लेकिन वह ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं हैं. बताया जाता है कि एक खास शैली में दिए जाने वाले प्रवचन के चलते ही उत्तर प्रदेश में उनकी खास पहचान बनी.
3. साध्वी पहली बार सांसद बनी हैं. इससे पहले वह हमीरपुर से विधायक थीं. प्रधानमंत्री का मतलब यह भी हो सकता है कि साध्वी निरंजन ज्योति को ज्यादा अनुभव नहीं है. दिल्ली में वह नई हैं और नेशनल मीडिया के सामने अभी वह परिपक्व नजर नहीं आतीं.
4. निरंजन ज्योति दुर्गा वाहिनी और विश्व हिंदू परिषद से होते हुए बीजेपी में आई हैं. वह दुर्गा वाहिनी की राष्ट्रीय सहसंयोजक थीं. इस दौरान उनकी छवि तेज-तर्रार और बेबाक नेता की रही. इसके बाद वह राम मंदिर आंदोलन के जरिये विश्व हिंदू परिषद (VHP) में आईं.
5. निरंजन ज्योति कुछ एक मौकों पर सामान्य ज्ञान के अभाव का परिचय भी दे चुकी हैं. हाल ही में मथुरा में एक पत्रकार ने निरंजन ज्योति से छत्तीसगढ़ के नसंबदी प्रकरण के बारे में पूछा तो कथित रूप से वह बोलीं, 'सपा में लचर व्यवस्था है, वहां ऐसा ही होता है.'