
पठानकोट में सभी पांच आतंकियों के खात्मे और हमले को नाकाम करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा बलों को बधाई दी है. मैसूर में एक कार्यक्रम के दौरान पीएम ने कहा कि हमारी सेना के पास हर हमले का मुंहतोड़ जबाव देने की ताकत है. मोदी ने बिना नाम लिए सियासी दलों को ऐसे मौकों पर एक सुर में बोलने की नसीहत भी दी.
प्रधानमंत्री ने अवधूत दत्ता पीठम के कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा, 'मानवता के दुश्मन जो भारत की तरक्की नहीं देख सकते, ऐसे लोगों ने पठानकोट में हमला किया . लेकिन हमारे जवानों ने उन्हें कामयाब नहीं होने दिया. मुझे अपने जवानों पर गर्व है.'
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'मुझे देश के जवानों पर गर्व है और मैं उनका अभिनंदन करना चाहता हूं. जब युद्ध होते हैं तो दुश्मन देश अपने सामने वाले देश की सैन्य शक्ति पर घात करने की कोशिश करते हैं. आज मानवता के दुश्मनों ने, जिनको भारत की प्रगति को देखने में परेशानी होती है, ऐसी ताकतों ने पठानकोट में हिंदुस्तान की सैन्य शक्ति के अहम अंग एयरबेस को उड़ाने की कोशिश की. लेकिन हमारे जवानों ने उनके इरादों को खाक में मिला दिया.
प्रधानमंत्री ने आतंकी हमले में शहीद हुए छह जवानों की शहादत को भी नमन किया. पठानकोट में शनिवार को करीब 17 घंटों तक चले ऑपरेशन में देर शाम चारआतंकी को मार गिराया गया. प्रधानमंत्री के साथ ही गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्विटर पर इस ऑपरेशन की कामयाबी पर जवानों को बधाई दी है. आतंकी हमले में 12 अन्य लोगों के घायल होने की खबर है.
पठानकोट हमले में शहीद हुए जवानों में वायु सेना रक्षा बल से कुलवंत सिंह और फतेह सिंह,वायु सेना गरूड़ कमांडो से गुरसेवक सिंह शामिल हैं.
'संत-महात्माओं का समाज में बड़ा और अमूल्य योगदान'
इससे पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने समाज निर्माण में संत-महात्माओं के योगदान का जिक्र करते हुए कहा, 'ऋषि, संत, महात्माओं ने हमारे समाज के लिए इतना कुछ किया है. लेकिन दुखद है कि कुछ लोग सिर्फ आलोचना में विश्वास रखते हैं.' प्रधानमंत्री ने अवधूत दत्ता पीठम के संदर्भ में कहा कि जिस तरह यहां कई बच्चों को बढ़ाए जाने का जिम्मा उठाया गया है, यह समाज को और मजबूती प्रदान करेगा.
पीएम ने कहा कि 21वीं सदी ज्ञान की सदी है. जिसके पास भी ज्ञान और सूचना होगी वह दुनिया में प्रभावशाली होगा. संत समाज इस बात को समझता है और यही कारण है कि यहां नॉलेज सेंटर की शुरुआत की जा रही है.