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'असहिष्णुता' पर जारी बहस के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत में बहुलवाद सहित कई सामाजिक मजबूतियां हैं.
देश में असहिष्णुता के मुद्दे पर आलोचनाओं के बीच, हाल के दिनों में यह दूसरा मौका है जब मोदी ने विविधता और बहुलवाद से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की. मोदी ने एक प्रतिष्ठित पत्रिका में एक लेख के जरिये भारत में बहुलवाद का जिक्र किया.
मोदी के हवाले से लेख में कहा गया है, 'भारत में बहुलवाद सहित बहुत सामाजिक मजबूती है.' पत्रिका के विशेष हिस्से में मोदी के अलावा आईएमएफ प्रमुख क्रिस्टियन लगार्डे और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई सहित अन्य ने योगदान दिया है.
प्रधानमंत्री ने अगले सप्ताह 18 महीने पूरे करने वाली उनकी सरकार से 'बड़ी उम्मीदों' का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार से बहुत उम्मीद की भावना है. निस्संदेह, कुछ उम्मीदें हमसे आगे हैं.' मोदी ने पर्यावरण पर भारत के विकास के असर की भी बात की.
उन्होंने पेरिस में जलवायु परिवर्तन सम्मेलन से पहले कहा, 'हम सचेत हैं कि हमारे विकास का पर्यावरण पर कुछ असर हो.' मोदी ने बीते शुक्रवार को कहा था कि भारत की विविधता देश की 'मजबूती और गौरव' है और उन्होंने शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के महत्व को रेखांकित किया था.
-इनपुट भाषा